मनोज उपाध्याय, मुरैना। मध्य प्रदेश के मुरैना में अब ऐसा लगता है की पुलिस की मानवीय संवेदनाएं पूरी तरह से खत्म हो चुकी है। यहां एक बूढ़ा पिता बेटे के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए 4 महीने से पुलिस के चक्कर लगा रहा है। लेकिन अब तक उसकी सुनवाई नहीं हुई।

दरअसल, 6 महीने पहले मुरैना गांव के रहने वाले रामदीन जाटव के 17 साल के बेटे पर 7 आरोपियों ने सोते समय उसके सिर में लोहे के हथियार से हमला कर दिया। गंभीर घायल युवक 2 महीने तक ग्वालियर के अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करता रहा और अंत में मौत के सामने हार गया। इधर पिता ने अपने जवान बेटे को बचाने के लिए अपनी जिंदगी की पूरी कमाई लगा दी। लेकिन लाखों खर्च करने पर भी वह अपने बेटे को नही बचा पाया।

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मरने से पहले मृतक बेटे ने पुलिस को बयान भी दिया लेकिन अब तक सिविल लाइन थाना पुलिस ने सिर्फ 2 अपराधियों के खिलाफ 307 का मामला दर्ज किया। वहीं 5 आरोपी अभी भी खुलेआम घूम रहे है। 4 महीने बीत जाने के बाद भी पुलिस ने अपराधियों पर कोई एक्शन नही लिया। इतना ही नहीं युवक की मौत होने के बाद भी पुलिस न अपराधियों की गिरफ्तारी नही की, न ही उनके खिलाफ 302 का मामला दर्ज किया।

इधर पिता अपनी पत्नी के साथ आंखों में आंसू लेकर पुलिस थानों के चक्कर लगा रहा है। पुलिस अधिकारियों को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगा रहा है। पिता का कहना है कि, मेरे बेटे की मौत हो गई और उसको इंसाफ भी नहीं मिला। आज तक उसके हत्यारों को गिरफ्तार तक नहीं किया है। अब तो हत्यारों की हिम्मत इतनी हो गई की वह घरों के आसपास खुलेआम घूमते है, धमकी देते है, कहते है कि केस वापस ले लो नहीं तो तुम्हारे घर में आग लगा देंगे।

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पिता ने कहा कि दरवाजे के सामने आकर हवाई फायर करते है और धमकियां देते है। लेकिन पुलिस हमारी सुनने को तैयार नहीं है। बूढ़े पिता ने आंखों में आंसू लेकर कहा कि अगर अब हमें पुलिस न्याय नहीं दिलाएगी तो हम भी मरने को मजबूर हो जाएंगे।

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