इस्लामाबाद। पाकिस्तान परमाणु कार्यक्रम के जनक या पिता कहे जाने वाले डॉ. अब्दुल कदीर खान का रविवार को सुबह 85 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री परवेज़ खट्टक ने ट्वीट कर उनके निधन को दुखद बताते हुए पाकिस्तान के लिए बड़ा नुकसान बताया है.

पाकिस्तान की सरकारी समाचार एजेंसी असोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान (AAP) के अनुसार 85 साल के डॉ. अब्दुल कदीर खान को 26 अगस्त को रिसर्च लेबोरेटरिज हॉस्पिटल में कोविड संक्रमित होने के बाद भर्ती किया गया था. इसके बाद उन्हें रावलपिंडी में सेना के एक अस्पताल में भर्ती किया गया था. पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार इससे पहले उन्हें इन्फेक्शन बढ़ने के कारण वेंटिलेटर पर रखा गया था.

पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम का जनक माने जाने वाले डॉ. कदीर खान का जन्म अविभाजित भारत के भोपाल में हुआ था. डॉ ख़ान विभाजन के बाद पूरे परिवार के साथ पाकिस्तान आ गए थे. पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री चौधरी फ़वाद हुसैन ने भी ट्वीट कर डॉ. खान के निधन पर शोक जताया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि ‘डॉ क़दीर ख़ान के निधन से पूरा मुल्क सदमे में है. उन्होंने मुल्क के लिए जो किया है, वो अतुलनीय है.’

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अब्दुल कदीर खान 2004 में वैश्विक परमाणु प्रसार स्कैंडल के केंद्र में थे. उन पर परमाणु मटीरियल के प्रसार का आरोप लगा था. इसके लिए उन पर पाकिस्तान के पूर्व सैन्य प्रमुख और राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ ने भी उंगली उठाई थी. टेलीविजन पर प्रसारित एक संदेश में डॉ. खान ने ईरान, उत्तर कोरिया और लीबिया को परमाणु तकनीक बेचने की बात को स्वीकार भी किया था. लेकिन बाद वो इससे मुकर गए थे.

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