दिल्ली। कश्मीर में सुरक्षाबलों ने हिजबुल के टाप कमांडर रियाज नाईकू को मारकर बड़ी सफलता हासिल की है। ये काफी समय से सेना और सुरक्षाबलों के लिए सिरदर्द बना था। अब बारह लाख के ईनामी इस आतंंकवादी की मौत से कश्मीर में आतंंकवादी संगठनों को बड़ा झटका लगा है।
इस बीच आतंकी रियाज के पिता का इंंटरव्यू काफी वायरल हो रहा है। इसमे आतंकी रियाज के पिता ने बताया कि उनका बेटा इंजीनियर बनना चाहता था। वह मैथ्स में अच्छा था और उसे कंस्ट्रक्शन के काम में भी रुचि थी लेकिन उसने आतंक का रास्ता चुन लिया। जिसके बाद घरवालों ने उससे सभी रिश्ते खत्म कर लिये। रियाज के पिता अपने बेटे के आतंकी बनने से काफी दुखी थे।
उसके पिता ने कहा कि मैंने उसे उसी दिन मरा हुआ मान लिया था। जिस दिन वह हिज्बुल में शामिल हुआ था। अपने बेटे को याद करते हुए रियाज के पिता कहते हैं कि उसने बारहवीं में 600 में से 464 नंबर हासिल किए थे। वह प्राइवेट स्कूल में मैथ भी पढ़ाने लगा था। इस बीच उसको पता नहीं कहां से आतंकी बनने की सूझी और एकदिन वो घर से सात हजार रूपये लेकर चला गया और फिर कभी घर नहीं लौटा। रियाज के पिता ने कहाकि मेरे लिए वो उसी दिन मर गया था, जब उसने आतंक की राह पकड़ी थी।