अनिल सक्सेना, रायसेन। जिला मुख्यालय के ताजपुर इलाके में एक घर की छत पर चढ़े पिता ने खुद और अपनी डेढ़ साल की मासूम बच्ची के गले मे फांसी का फंदा डाल कर मारने की कोशिश की। हालांकि समय रहते इसकी जानकारी मिलने के बाद एसडीओपी  रायसेन और कोतवाली TI की सूझबूझ और तत्परता से पुलिस ने 45 मिनट चले हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद दोनों की जान बचा ली।

घटना की जानकारी मिलते ही प्रदेश के DGP ने अपने ट्विटर से रायसेन पुलिस की इस सजगता की तारीफ कर लोगो को घटना कि जानकारी दी। वहीं सोशल मीडिया पर घटना के फोटो वीडियो अब जमकर वायरल हो रहे हैं। कोतवाली पुलिस ने आरोपी पिता पर 307 का मुकदमा दर्ज कर आज उसे जेल भेज दिया है।

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दरअसल थाना कोतवाली रायसेन क्षेत्र के तजपुरा निवासी जगदीश कुशवाह (35) सुबह 9 बजे से डेढ़ साल की बेटी काजल को चुपके से अपनी पत्नी से ले जाकर खेत में चला गया। वहां संतोष कुशवाहा के घर की छत पर चढ़ गया। बच्ची के गले मे साड़ी से फांसी का फंदा डाल कर अपने पास रखे त्रिशूल नुमा हथियार से सभी को डराने लगा।

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उसे ऐसा करने से मना करने पर वह बच्ची को छत से नीचे लटका दे रहा था। मारने की धमकी दे रहा था । डायल 100 पर सूचना प्राप्त होने पर एफआरवी में उपस्थित कर्मचारी की सूचना पर तत्काल मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एसडीओपी रायसेन अदिती भावसार और कोतवाली थाना प्रभारी आशीष सप्रे मय बल के घटनास्थल पर पहुँचे।
वहां बहुत ही निर्ममता से जगदीश कुशवाहा अपनी बेटी के गले मे साड़ी का फंदा बनाकर डराया धमका रहा था। पुलिस ने समझाइश देने के बाद भी नहीं मान रहा था। करीब 45 मिनिट चले हाई वोल्टेज ड्रामे में पुलिस की सजगता से बच्ची को सुरक्षित अपने कब्जे में ले लिया गया। आरोपी पिता ने छत से छलांग लगा दी लेकिन उसे गंभीर चोटें नही आई।

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पत्नी से लड़ाई के बाद उठाया ये कदम
कोतवाली पुलिस ने आरोपी की पत्नी की रिपोर्ट पर 307 का मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है। दरसअल आर्थिक तंगी से परेशान यह व्यक्ति पत्नी से रोज लड़ाई झगड़ा करता था। इसलिए उसने यह गंभीर कदम उठाया था।

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