
हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में एक बार फिर आरक्षक अमित अग्रवाल के ऊपर गंभीर आरोप लगे है। दरअसल, शहर में एक युवक को झूठे रेप केस में फंसाने और ब्लैकमेलिंग का मामला सामने आया है। आरोप है कि एक युवती ने युवक से ढाई लाख रुपए के लेन-देन को लेकर 12 लाख रुपए की मांग की। जिसे न देने पर उसने पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी। और पुलिस भी बिना किसी जांच के युवक को गिरफ्तार कर ले गई।
यह है मामला
युवक की पत्नी का आरोप है कि, पुलिस ने 12 लाख की मांग को 23 लाख तक बढ़ा दिया। इतना ही नहीं उसके पति को जबरन 25 लाख के एग्रीमेंट पर साइन करने के लिए मजबूर किया। वहीं उसे छोड़ने के बदले 2 लाख रुपए भी वसूले गए। अब तीन महीने की मासूम बच्ची के साथ उसकी पत्नी पुलिस कमिश्नर के पास न्याय की गुहार लगा रही है। महिला के अनुसार, उसकी डिलीवरी के 15 दिन बाद ही उसके पति इंदर तापड़िया को पुलिस ने रेप केस में गिरफ्तार कर लिया था। आरोप है कि एक युवती ने उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी दी थी। फिर जबरन 12 लाख रुपए की मांग कर रही थी। इंदर ने इस मामले की शिकायत पहले ही पुलिस अधिकारियों को दी थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।
25 लाख के एग्रीमेंट पर कराया साइन
इसके बाद युवती थाने पहुंची, तो विजयनगर थाने में पदस्थ आरक्षक अमित अग्रवाल और अन्य पुलिसकर्मी कथित रूप से इंदर को घर से उठाकर ले गए। महिला का आरोप है कि थाने में 25 लाख रुपए के एग्रीमेंट पर जबरन साइन करवा दिया गया और 2 लाख रुपए लेकर उसके पति को छोड़ा गया। महिला ने पुलिस कमिश्नर को सीसीटीवी फुटेज और कॉल रिकॉर्डिंग सौंपी हैं। आरोप है कि फुटेज में पुलिसकर्मी बिना वारंट घर से इंदर को ले जाते दिख रहे हैं। दूसरी फुटेज में हेलमेट पहनी युवती उनके घर में घुसकर लैपटॉप, जेवर और अन्य सामान चोरी करते नजर आ रही है। महिला ने यह भी आरोप लगाया कि विजयनगर थाने का आरक्षक अमित अग्रवाल पैसों के लिए युवक को धमका रहा था।
तीन महीने की बच्ची लिए अधिकारियों के लगा रही चक्कर
युवक की पत्नी का कहना है कि वह इंदौर में अकेली रहती है और डिलीवरी के बाद उसे संभालने वाला कोई नहीं था। अब वह तीन महीने की बच्ची को लेकर अधिकारियों के चक्कर काट रही है, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई। मंगलवार को उसने पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह को सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकॉर्डिंग और अन्य सबूत सौंपे। कमिश्नर ने इस मामले की जांच एसीपी आदित्य पटले को सौंपी है। उनका कहना है कि यदि जांच में युवती का दावा गलत पाया गया, तो उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।
महिला ने पुलिस पर लगाए आरोप
महिला का आरोप है कि कोर्ट में पुलिस द्वारा पेश की गई रिपोर्ट में दुष्कर्म पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट और कथित घटना स्थल का कोई जिक्र नहीं किया गया। महिला को उम्मीद है कि आला अधिकारियों से शिकायत के बाद उसे न्याय मिलेगा। ताकि उसकी तीन महीने की मासूम बच्ची अपने पिता के साथ रह सके।
पब संचालिका को रातें रंगीन करने का बनाया था दबाव
याद हो इसके पहले भी विजयनगर थाने के आरक्षक अमित अग्रवाल का एक और कारनामा सामने आया था। जिसमें अमित अग्रवाल ने पब संचालिका को धमकाया था और उसके साथ रातें रंगीन करने का दबाव बनाया था। जिसके बाद पीड़िता ने इस पूरे मामले की इंदौर पुलिस कमिश्नर को शिकायत की थी। सूत्रों के मुताबिक बताया जाता है कि अमित अग्रवाल के पिता सीएम हाउस में किसी पद पर है। इसलिए अमित अग्रवाल दावा करता है कि उसका कोई बाल बांका नहीं कर सकता है।
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