Fathers Day 2023: पिता का कोई दिन नहीं होता. उनसे ही आज हमारा वजूद है. इसलिए जून के तीसरे रविवार को पिता को स्पशेल फील कराने के लिए मनाया जाता है. यह दिन उनके त्याग और प्यार के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए समर्पित है. वो पिता ही तो हैं, जिन्होंने अपनी खून पसीने की मेहनत से अपने बच्चों को पढ़ाया लिखाया अपने सपनों को अपने बच्चों से पूरा करने की इच्छा रखते हैं. अच्छी से अच्छी परवरिस देकर माता और पिता अपना दायित्व बखूबी निभाते हैं. पिता का रोल किसी हीरो से कम नहीं. पिता के निःस्वार्थ प्रेम ,त्याग हमारे आने वाले वक़्त को बदल देता है. पिता अपनी इच्छाओं को त्यागकर बच्चों की ज़िद्द पूरी करते हैं. यही जीवन का कटु सत्य है.

क्यों मनाया जाता है Fathers Day

दुनिया भर में लोग फादर्स डे को पिता को धन्यवाद देने, सम्मानित करने और उन्हें श्रद्धांजलि देने के अवसर के रूप में मनाते हैं. इस दिन बच्चे अपने डैड को उनका सबसे लोकप्रिय तोहफा देते हैं और उन्हें खास महसूस कराने की कोशिश करते हैं.

फादर्स डे का इतिहास

फादर्स डे मनाने की शुरुआत अमेरिका में हुई थी. फादर्स डे को सबसे पहले यूएसए में सोनोरा स्मार्ट डोड द्वारा प्रस्तावित किया गया था. साल 1909 में एक अमेरिकी लड़की सोनोरा स्मार्ट डोड (Sonora Smart Dodd) ने पिता के सम्मान के लिए एक विचार का प्रस्ताव रखा. कई स्थानीय पादरियों ने इस विचार को स्वीकार किया, और 19 जून, 1910 को सोनोरा स्मार्ट डोड द्वारा स्पोकेन, वाशिंगटन में पहला फादर्स डे समारोह मनाया गया. 1930 में अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, डोड ने राष्ट्रीय स्तर पर उत्सव को बढ़ावा देना शुरू किया.


दरअसल, सोनोरा मदर्स डे से प्रेरित थे और उन्होंने दुनिया भर में पिताओं के लिए भी एक दिन मनाने के लिए 1909 में एक फादर्स डे मनाने का प्रस्ताव रखा. स्थानीय धर्मगुरुओं ने उनका समर्थन किया और 19 जून 1910 को पहला फादर्स डे मनाने का फैसला किया गया. जून डोड के पिता के जन्मदिन का महीना था. वर्ष 1924 में, अमेरिकी राष्ट्रपति केल्विन कूलिज ने इस दिन के सेलिब्रेट करने को लेकर अपना समर्थन दिया और अंत में, 1966 में, राष्ट्रपति लिंडन बी जॉनसन ने आधिकारिक तौर पर इसे फादर्स डे के रूप में स्थापित किया. राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने 1972 में एक कानून पर हस्ताक्षर किए और जून के तीसरे रविवार को फादर्स डे के रूप में नामित किया.