नई दिल्ली. देश की अति सुरक्षित मानी जाने वाली तिहाड़ जेल में बीते दिनों गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या ने सनसनी फैला दी है. जेल में बंद नामी बदमाशों को सलाखों के पीछे मौत का डर सताने लगा है. उन्होंने अदालत में याचिका दायर कर सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है. अदालत ने सभी याचिकाओं पर जेल प्रशासन को नोटिस जारी किया है.
पटियाला हाउस अदालत में आधा दर्जन से ज्यादा गैंगस्टर और कथित आतंकियों ने सुरक्षा देने की गुहार लगाई है. जेल में सुरक्षा के लिए अदालत की शरण में जाने वाले बदमाशों में गैंगस्टर दीपक बॉक्सर, लॉरेंस बिश्नोई, काला जठेड़ी, काला राणा समेत अन्य कई बड़े बदमाशों के नाम शामिल हैं. बॉक्सर की तरफ से अधिवक्ता वीरेंद्र म्यूल ने अदालत में याचिका दाखिल की है. इस पर कोर्ट ने जेल अधीक्षक को जवाब देने के साथ ही बॉक्सर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.
हाईकोर्ट ने जेल अफसरों को फटकार लगाई
टिल्लू ताजपुरिया के पिता और भाई ने मामले में सीबीआई जांच की मांग के लिए हाईकोर्ट में याचिका डाली थी, जिसकी सुनवाई करते हुए अदालत ने यह आदेश पारित किया और साथ ही अफसरों पर भी टिप्पणी की. हाईकोर्ट ने सरकारी वकील को आदेश दिया कि वे चूक के लिए जिम्मेदार अधिकारियों की जिम्मेदारी और जवाबदेही भी बताएं. जस्टिस जसमीत सिंह ने दिल्ली पुलिस से ताजपुरिया के पिता और भाई को सुरक्षा देने पर विचार करने को कहा है. मामले में अब अगली सुनवाई 25 मई को होगी. इस दौरान तिहाड़ जेल के अधीक्षक को सुनवाई के दौरान मौजूद रहना होगा.
अदालत ने कहा कि जेल महानिदेशक, तिहाड़ जेल के माध्यम से एक सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल किया जाए, जिसमें यह संकेत दिया जाए कि जेल परिसर में चार चाकू कैसे मौजूद थे और अगर घटना जेल के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई तो कोई निवारक या उपचारात्मक कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
अदालत ने बॉक्सर को किसी ऐसी सेल में रखने के निर्देश दिए हैं, जहां से 24 घंटे वह सीसीटीवी की निगरानी में रह सके. वहीं, बिश्नोई, जठेड़ी और काला राणा की ओर से अधिवक्ता ने सुरक्षा को लेकर अर्जी दायर की है.
पिछले साल रोहिणी कोर्ट में जितेंद्र गोगी की गोली मारकर हत्या करने के आरोपी शार्प शूटर कुलदीप ने सुरक्षा को अर्जी दायर की है. इसके अलावा इंडियन मुजाहिदीन के कथित कंमाडर तहसीन अख्तर और आरोपी आसिफ ने भी सुरक्षा मांगी है.