पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। धवलपुर वन परिक्षेत्र के सिकसार डुबान क्षेत्र में मंगलवार को एक हथनी की मौत हो गयी है. यह वही हथनी है जिसने धमतरी जिले में 5 लोगों को रौंदकर मार डाला था. कई दिनों से भूखे रहने की वजह से हथनी की मौत होने की बात कहीं जा रही है.
हथनी की मौत की खबर सुनकर वन विभाग के आला अधिकारी और डॉक्टरों की एक टीम मौके पर पहुंची. डीएफओ मयंक अग्रवाल ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि यह वही हथनी थी जिसने धमतरी में खूब उत्पात मचाया और 5 लोगो को रौंदकर मौत के घाट उतार दिया था. तीन दिन पहले ही यह हथनी गरियाबंद जिले में पहुंची थी. कल उसकी सिकसार डुबान क्षेत्र में मौत हो गयी है.
डॉ राकेश वर्मा ने हथनी की मौत के कारणों का खुलासा करते हुए बताया कि उसके मुंह मे छाले और मूत्राशय एरिया में संक्रमण देखा गया है. मुंह मे छाले होने के कारण शायद वह कई दिनों से खाना नही खाई जिसकी वजह से वह बहुत कमजोर हो गयी और अंत मे उसकी मौत हो गयी. संक्रमण को भी डॉक्टर ने मौत का कारण माना है. हालांकि, हथनी की मौत के असली कारण आज पोस्टमार्डम के बाद ही सामने आने की बात कही जा रही है.
बता दें कि जिले में यह हाथियों की मौत का तीसरा मामला है.
इससे पहले भी इसी वन परिक्षेत्र और आमामोरा में एक-एक हाथी की मौत हो चुकी है. हर बार ऐसे कारण सामने आए है, जिन्हें समय रहते यदि सुधारा जा सकता था और हाथियों को मौत से बचाया जा सकता था. इस बार भी यदि हथनी को समय रहते इलाज मिल गया होता तो शायद उसे बचाया जा सकता था.