महासमुंद। महासमुंद जिले में पुलिस के सामने एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. यहां पुलिस ने 19 मई को जिस युवती को मृत मानकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया था वो दो दिन बाद जीवित मिल गई.
19 मई की सुबह पुलिस को खबर मिली कि भालूचुंआ गांव के पास जंगल में एक युवती की लाश पड़ी है. मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि युवती की उम्र 20 साल के आसपास थी और मृतका का चेहरा बुरी तरह से जला हुआ था. मौके से पुलिस को युवती की चप्पल और एक पानी की बोतल पड़ी हुई थी.
हो चुका था अंतिम संस्कार
पुलिस ने आगे की कार्रवाई करते हुए पंचनाम भरकर लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. जांच में पुलिस ने युवती की पहचान तेंदूलोथा की रहने वाली समृद्धि पाठक के रूप में की. इसके बाद परिजनों को बुलाया गया और उनकी शिनाख्ति के बाद पुलिस ने शव को सौंप दिया. परिजनों ने शनिवार को शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया.
सोशल मीडिया से मिला क्लू
इधर में भी जांच में पाया गया था कि समृद्धि एक महीने पहले से गायब थी उसके सोशल मीडिया में कई दोस्त थे. तफ्तीश कर रही क्राइम ब्रांच की टीम को सोशल साइट पर एक नंबर मिला था जिस पर समृद्धि ने अपने किसी दोस्त को फोन करने के लिए कहा था.
मीडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस जब इस नंबर के लोकेशन पर पहुंची तो सभी हैरान रह गए क्योंकि समृद्धि वहां मौजूद थी. पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में ले लिया और उसको परिजनों को लाकर सौंप दिया. पूछताछ में समृद्धि ने किसी की हत्या या उस बरामद से लाश की जानकारी होने से साफ इनकार कर दिया. इससे बाद से पुलिस के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है कि जिस लाश का अंतिम संस्कार किया गया था वह किसकी थी.