श्रीनगर. दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के लेथपोरा इलाके में स्थित सीआरपीएफ की 185वीं बटालियन के ट्रेनिंग सेंटर को जैश-ए-मुहम्मद आतंकी संगठन ने निशाना बनाया. सेंटर पर हुए फिदायीन हमले में जैश आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. जिसमें सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद हो गए जबकि सीआरपीएफ की कारर्वाई में तीन आतंकी भी मारे गए हैं.

बीती रात 2 बजे के करीब जैश-ए-मुहम्मद के आतंकियों ने घात लगाकर सीआरपीएफ के ट्रेनिंग सेंटर पर हमला बोल दिया. इस हमले में एक आत्मघाती हमलावर भी शामिल था. देर रात अचानक हुए इस हमले में सीआरपीएफ को अपने पांच जवानों को खोना पड़ा. जवाबी कारर्वाई में जैश के तीन आतंकी भी मारे गए हैं. खास बात ये है कि इस कायराना हरकत को अंजाम देने वाला मास्टरमाइंड 16 साल के एक पुलिसकर्मी का बेटा है. जिसने सिर्फ कुछ महीने पहले ही जैश ज्वाइन किया था. हमले के पहले उसने बकायदा वीडियो रिकार्ड किया कि कैसे औऱ क्यों वह सीआरपीएफ कैंप पर हमला करने जा रहा है. वीडियो में आतंकी ने कहा कि ‘जब तक ये संदेश आपके पास पहुंचेगा मैं जन्नत पहुंच चुका होऊंगा’. आठ मिनट के इस वीडियो में उसने नौजवानों से जैश-ए-मोहम्मद को ज्वाइन करने की अपील भी की.

अधिकारियों का कहना है कि अपनी तरह का ये पहला मामला है जिसमें फिदायीन हमले के पहले हमलावर ने इस तरह का भड़काऊ संदेश रिकार्ड कर लोगों को भेजा हो. इस घटना ने सेना और सुरक्षा बलों की पेशानी पर बल ला दिया है क्योंकि सरकार घाटी के युवाओं को मुख्यधारा में लाने के लिए कई योजनाएं और प्रयास कर रही है. ग्रेनेड और आटोमैटिक राइफलों से किए गए इस हमले में सीआरपीएफ को काफी नुकसान उठाना पड़ा. घटना की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है. सालों बाद हुए इस फिदायीन हमले ने सुरक्षा बलों को चौकन्ना कर दिया है.