कांकेर। कॉलेजों में ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरना छात्रों के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है. फॉर्म भरने के दौरान छात्रों से अगर किसी तरह की गलती हो जाती है, तो स्थानीय स्तर पर इसे ठीक करने के लिए कोई समाधान नहीं है. इसे सिर्फ सरकारी और गैर सरकारी कॉलेज के नोडल अधिकारियों के जरिए ही उच्च शिक्षा विभाग में मेल कर ठीक कराया जा सकता है।
इस ऑनलाइन प्रक्रिया से परेशान छात्रों का कहना है कि हाई स्पीड इंटरनेट होने के बावजूद एक आवेदन फॉर्म को अपलोड करने में न्यूनतम 30 से 35 मिनट लग रहा है. इस दौरान अगर कम्प्यूटर को रिफ्रेस या इंटर कुछ भी कर दिया गया तो आवेदन फॉर्म जमा नहीं हो पा रहा है. इससे छात्र सहित कॉलेज प्रबंधन का भी सिर दर्द बढ़ गया है.
आपको बता दें डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक कॉलेजों में ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया अनिवार्य कर दिया गया है. जिसकी कमान यूनिवर्सिटी के हाथों में है.
इस मामले में पीजी कॉलेज के प्राचार्य कोमल सिंह सार्वा ने बताया कि छात्रों को इसके संबंध में लिखित आवेदन देने के लिए कहा गया है. जिसकी प्रति तत्काल विश्वविद्यालय को ईमेल से भेजी जाएगी और संपर्क कर समस्या का सामाधान करने का प्रयास किया जाएगा जिससे छात्रों को आवश्यक परेशानी ना उठानी पड़े.