लखनऊ। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ द्वारा यूपी में फिल्‍म सिटी बनाने के निर्णय से आज बड़े से बड़े निर्माता निर्देशक यूपी में फिल्‍म निर्माण के लिए उत्‍सुक है। इससे पहले यूपी के किसी सीएम ने इस तरह की पहल नहीं की थी। मैं योगी जी की नई सोच और नए तरीके से बेहद प्रभावित हूं। ये कहना था आंखे, अंदाज, शोला और शबनम जैसी फिल्‍में बनाने वाले सेंसर बोर्ड के पूर्व चेयरमैन और निर्माता पहलाज निहलानी का।

पहलाज निहलानी ने बुधवार को चर्चित संवाद लेखक संजय मासूम के संग मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ से मुलाकात की। जहां उन्‍होंने सीएम योगी आदित्‍यनाथ से फिल्‍म सिटी के निर्माण पर चर्चा करने संग अयोध्या पर बनने वाली नई फिल्‍म अयोध्‍या की कथा के बारे में चर्चा की। उन्होंने बताया कि यूपी में फिल्‍म सिटी के निर्माण होने से एक ओर स्थानीय कलाकारों को रोजगार मिलेगा तो वहीं पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलेगा। उन्‍होंने बताया उत्‍तर प्रदेश शूटिंग के लिहाज से बेहद ही खूबसूरत प्रदेश है। यहां पर फिल्‍म निर्माताओं को एक ओर जहां सब्सिडी मिलती है तो वहीं उनको शूटिंग की परमिशन भी बड़े आराम से मिल जाती है।

अयोध्‍या की कथा फिल्‍म में दिखाएंगे अयोध्‍या की झलक

पहलाज निहलानी ने बताया कि राजा राम हम सभी के दिलों में बसते हैं। प्रभु श्रीराम पर आधारित ‘अयोध्‍या की कथा’ फिल्‍म में अयोध्‍या की झलक दिखेगी, जिसमें अयोध्‍या की अनकही अनदेखी कथाओं संग रामराज्‍य के अद्भुत नजारों को दिखाया जाएगा। युवाओं को बड़े पर्दें पर मर्यादा पुरुषोत्‍तम की पौराणिक कहानियों को देखने का मौका मिलेगा। वो अपनी नई फिल्‍म ‘अनाड़ी इज बैक’ की शूटिंग अगले म‍हीने से शहर में शुरू कर रहें हैं, जिसकी शूटिंग 21 जनवरी से लखनऊ व इसके आस पास के क्षेत्रों में शुरू की जाएगी।

किस्‍सों-कहानियों का गढ़ है उत्‍तर प्रदेश

आश्रम वेब सीरिज में चर्चा में आए संवाद लेखक और गीतकार संजय मासूम ने कहा कि उत्‍तर प्रदेश को केन्‍द्र बनाकर यहां के अलग-अलग जनपदों की कहानियों को ढूंढ रहा हूं। मैंने लखनऊ के अपने दोस्‍तों से यूपी के कई अनूठे किस्‍सों को सुना जिनकी कहानियों पर मैं काम कर रहा हूं। असली यूपी से दर्शकों को रू-ब-रू कराएंगे। उन्‍होंने कहा कि कोई भी कहानी जो दिल से लिखी जाई वो बनने के बाद पर्दें पर और भी अच्‍छी लगती है। वेब सीरिज, ओटीटी जैसे दौर में लेखकों की मांग बढ़ रही है। यूपी में फिल्‍म सिटी बनने के बाद आने वाले समय में लेखकों को नए अवसर मिलेंगे।