रायपुर। वस्तु और व्यापार कर (जीएसटी) में मौजूद खामियों को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने भी स्वीकार किया है. उन्होंने इस कानून के लोगों की अपेक्षाओं में खरा नहीं उतरने की बात स्वीकार करते हुए कि अब यह कानून बन गया है, जिसका पालन हम सबको करना है. 

वित्त मंत्री सीतारमन पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में व्यापारियों, कारोबारियों, सीए और अन्य से बात कर रहीं थी. इस दौरान कारोबारी जीएसटी पर उन्हें खरी-खोटी सुनाने लगे. वित्त मंत्री पहले तो ध्यान से सुनती रही, लेकिन लगातार आलोचनाओं पर वे बिफर गईं. उन्होंने कहा कि लंबे समय के बाद देश की सभी पार्टियों और सरकारों ने मिलकर चर्चा करने के बाद जीएसटी लाया गया है. इसको लागू करने को लेकर भले ही शिकायत हो सकती है, लेकिन हम यह नहीं कह सकते हैं कि यह कितना खराब स्ट्रक्टर है. अभी इसे लागू किए केवल दो साल हुए हैं.

उन्होंने कहा कि मैं खुद पहले दिन से चाहती थी कि यह लोगों के अपेक्षाओं पर पूरी तरह से खरा उतरे, लेकिन माफी के साथ कहती हूं कि यह आप लोगों की परेशानियों को दूर नहीं कर पाए हैं. उन्होंने कहा कि जीएसटी में खामियां हो सकती हैं, जिनसे लोगों को परेशानी हो रही है, लेकिन अब यह एक कानून है, जिसका पालन हम सभी को करना है.