प्रतीक मिश्रा,बिन्द्रानवागढ. गरियाबंद जिले में पहली बार राजकीय बचाव एवं आपदा प्रबंधन की टीम बुलानी पड़ी है इस वक्त एसडीआरएफ की टीम गरियाबंद जिले के देवधारा जलप्रपात पहुंच चुकी है. 2 दिन पहले पिकनिक मनाने 12 दोस्तों के साथ गया युवक प्रवीण सिन्हा झरने से नीचे गिरकर कुंड में डूबा था. जिसके बाद होमगार्ड के 40 तैराक कल दिन भर प्रयास करते रहे वे 25 फीट गहराई तक उतरकर शव ढूंढने का प्रयास कल दिन भर किया, लेकिन 2 दिन बाद भी अब तक शव नहीं मिल पाया है. जिसके बाद गरियाबंद के एसपी एमआर आहिरे के निवेदन पर पहुंची वर्तमान में एसडीआरएफ की 9 सदस्य टीम तथा नगर सेना के 50 तैराक रेस्क्यू अभियान चला रहे है.
प्रदेश के सबसे आकर्षक झरनों में से एक है गरियाबंद जिले के मैंनपुर विकासखंड में स्थित देवधारा जलप्रपात बस्तर के चित्रकूट की तरह है. यहां भी काफी चौड़ाई से पानी गिरता है सात धाराओं से मिलकर झरने में पहुंचा पानी लोगों के आकर्षण का केंद्र बनता है. बीहड़ जंगल होने के बावजूद बहुत से पर्यटक किसी तरह यहां पहुंचकर पिकनिक मनाते हैं. जीड़ार गांव के भी 12 युवकों का समूह 2 दिन पहले पिकनिक मनाने देव धारा जलप्रपात पहुंचा था. जहां नहाने और खाने के बाद एक युवक प्रवीण सिन्हा झरने को पार करने का प्रयास करने लगा. तीखी ढलान और खतरों के बीच से होता हुआ युवक जब पानी वाले स्थान पर पहुंचा तो युवक 30 फीट ऊंचाई से झरने से गिरते पानी के साथ नीचे कुंड में जा गिरा. गिर रही पानी की धारा के चलते युवक नीचे गहराइयों में चला गया और डूब गया.
2 दिन से है लापता
2 दिन पहले हुए इस हादसे के बाद काफी प्रयास युवक के दोस्तों ने किया वे जब नहीं ढूंढ पाए तो वापस लौट कर परिवार और ग्रामीणों को बताया. परिवार वालों ने रिपोर्ट लिखा कर पुलिस से मदद मांगी मैनपुर के एसडीओपी राहुल देव शर्मा ने गरियाबंद से रात 12 बजे होमगार्ड के पैर आंखों को बुलवाया. 40 तेरेको का दल कल दिनभर प्रयास करने के बाद भी युवक को नहीं ढूंढ पाया. दरअसल तैराक 15 से 20 फीट गहराई तक नीचे जाकर डूबकिया लगाकर युवक को ढूंढने का प्रयास करते रहे. देवधारा जलप्रपात के नीचे के इस कुंड की गहराई से कहीं अधिक थी. वे अधिक अंदर नहीं उतर पा रहे थे.
एसडीआरएफ के 9 सदस्य उतरे गहराई में
जिसके बाद कल ग्रामीणों ने एसपी से मदद मांगी तो उन्होंने बताया कि जिले स्तर पर जो संसाधन हो सकते थे सब कुछ उपयोग किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिल रही है. एसपी ने इसके बाद राज्य स्तर पर बात कर मदद मांगी और एसडीआरएफ की टीम आज सुबह गरियाबंद पहुंची. जहां से उन्हें देवधारा जलप्रपात भेजा गया जहां इस वक्त एसडीआरएफ की टीम के 9 सदस्य ऑक्सीजन मास्क और सिलेंडर लगाकर कुंड की गहराइयों में टॉर्च लेकर पानी के भीतर युवक के शव की तलाश कर रहे हैं.
पहले भी बुलाना बड़ा है बचाव दव
गरियाबंद जिले में यह पहला मौका है जब बड़े स्तर पर राहत एवं बचाव दल के लोगों को बुलवाना पड़ा है. ग्रामीणों को उम्मीद है कि शाम होते तक किसी तरह युवक बरामद हो जाएगा. इस संबंध मैनपुर के एसडीओपी राहुल देव शर्मा का कहना है कि इस मामले में जो सबसे बेहतर हो सकता था वह प्रयास किए गए हैं. ऐसे मामलों में अनुभवी टीम को बुलाया गया है एसडीआरएफ के जवान अपने पर्याप्त उपकरण लेकर कुंड की गहराइयों में उतरे हैं शाम तक परिणाम आने की उम्मीद है.