राजिम। लोगों के दिलों पर राज करने वाले फिंगेश्वर रियासत के राजा महेंद्र बहादुर अब इस दुनिया में नहीं रहे. सोमवार रात 11:30 बजे रायपुर के रामकृष्ण अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली. शेर को पटखनी देने वाले राजा कोरोना से जंग हार गए. 95 वर्षीय राजा महेंद्र बहादुर फिंगेश्वर रियासत के राजा थे.

ट्रस्टी राकेश तिवारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार, राजा महेंद्र बहादुर पिछले कई दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे. 21 अक्टूबर को उनका कोरोना जांच किया गया, जिसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई. उन्हें रायपुर के रामकृष्ण अस्पताल में भर्ती किया गया. जहां बीती रात 11:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली.

राजा महेंद्र बहादुर का राजनीतिक सफर काफी लंबा रहा. वह सात बार विधायक, दो बार मंत्री और एक बार राज्यसभा सदस्य रहे. इसके अलावा जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष भी रहे. छत्तीसगढ़ के प्रथम प्रोटेम स्पीकर होने का गौरव भी उन्हें प्राप्त है.

जानकारी के मुताबिक, फिंगेश्वर उनकी ननिहाल है. रानी श्यामा कुमारी देवी उनकी नानी थी. उन्होंने ही सरायपाली से बुलाकर राजा महेंद्र बहादुर को फिंगेश्वर रियासत की गद्दी सौंपी. तब से राजा महेंद्र बहादुर फिंगेश्वर रियासत के राजा थे. 31 दिसंबर 1925 को जन्मे राजा महेंद्र बहादुर केवल एक राजा या एक राजनीतिज्ञ नहीं थे, बल्कि लोगों के दिलों पर राज करने वाले राजा थे.

जनता की मदद के लिए उनके खजाने के दरवाजे हमेशा खुले रहे. यही कारण है कि जब भी वह अपनी रियासत में जाते थे तो जनता उन्हें देखने और मिलने उमड़ पड़ते थे. फिंगेश्वर का शाही दशहरा इसका जीता जागता प्रमाण है. लोगों का यह लगाव निरंतर उनके साथ जुड़ा रहा.