गोपालगंज। बिहार के कुचायकोट विधानसभा क्षेत्र से जदयू विधायक अमरेंद्र कुमार पाण्डेय, उनके भाई सतीश पाण्डेय और सिवान के भोला पाण्डेय के खिलाफ फर्जी दस्तावेजों के जरिए जमीन पर अवैध कब्जे का प्रयास करने का आरोप लगा है. इस मामले में इन सभी के खिलाफ कुचायकोट थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिससे जदयू में हड़कंप मच गया है. अमरेंद्र पाण्डेय को सीएम नीतीश का करीबी बताया जाता है.

जानें क्या है पूरा मामला?

मीरगंज थाना क्षेत्र के सेमराव गांव निवासी जितेंद्र कुमार राय, जो मुजफ्फरपुर की किरण सिन्हा के प्रतिनिधि हैं, उन्होंने कुचायकोट थाने में यह शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने आरोप लगाया है कि विधायक अमरेंद्र पाण्डेय, सतीश पाण्डेय और भोला पाण्डेय ने कुचायकोट के बेलवा गांव में खाता नंबर 38, खेसरा नंबर 513, कुल रकबा 16 एकड़ 93 डिसमिल जमीन पर फर्जी दस्तावेज बनाकर कब्जा करने की कोशिश की है.

जितेंद्र ने बताया कि वह इस जमीन पर लंबे समय से खेती कर रहे हैं. उन्होंने यह भी दावा किया कि 4 अगस्त 2024 को खेत की जोताई के दौरान चार-पांच हथियारबंद लोग वहां पहुंचे थे. उनलोगों ने उन्हें धमकाया और काम रोकने की कोशिश की थी.

जांच में जुटी पुलिस

वहीं, मामले में गोपालगंज के एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि, पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है और गहन जांच शुरू कर दी है. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. हालांकि, विधायक या उनके पक्ष से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.

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