रायपुर. बिना अनुमति लिए भाजपा को प्रदर्शन करना भारी पड़ गया है. चक्काजाम करने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं पर राज्य भर में बलवा का केस दर्ज किया गया है. रायपुर, बिलासपुर से लेकर बस्तर तक अलग-अलग थानों में भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है. वहीं एफआईआर दर्ज करने को लेकर पूर्व मंत्री मूणत ने भड़कते हुए कहा है कि, कांग्रेस सरकार को चुनौती देता हूं, मैं भी चक्काजाम में शामिल था. हिम्मत है तो मुझे भी गिरफ्तार करके बताएं. भाजपा को दबाने की कोशिश की तो कार्यकर्ता सड़कों पर आ जाएंगे.

वहीं बीजेपी नेताओं पर हुए एफआईआर को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा, राज्य में लोकतंत्र की हत्या हो रही है. राज्य अपराध का गढ़ बन गया है. लोकतांत्रिक तरीके से पार्टी के नेताओ ने आंदोलन किया तो उन पर एफआईआर दर्ज की गई. लेकिन बीजेपी छत्तीसगढ़ के जनता के हित की लड़ाई लड़ेगी.

वहीं भाजपा नेताओं के बयान पर पलटवार करते हुए पीसीसी चीफ मरकाम ने कहा, लोकतंत्र का गला घोटने का काम बीजेपी ने बीते 15 सालों में किया. बीजेपी के कार्यकाल के समय में छोटे प्रदर्शनों में भी कांग्रेस नेताओ पर एफआईआर दर्ज हो जाती थी. मामला अभी भी कोर्ट में चल रहा है. भारतीय जनता पार्टी को अपनी केंद्र की सरकार को देखना चाहिए.केंद्र की सरकार तानाशाह रवैया अपनाती है.

बता दें कि, 17 फरवरी को भाजपा ने बीजेपी के 4 पदाधिकारियों के हत्या करने के विरोध में प्रदेश भर के 78 विधानसभा में चक्काजाम प्रदर्शन किया था. इस प्रदर्शन का नेतृत्व बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने किया था. वहीं अब भाजपा के प्रदर्शन के बाद रायपुर के 10 थानों में100 से ज्यादा भाजपाई के खिलाफ मामला दर्ज किए गए हैं. जिनमें 59 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज है. बिलासपुर के अलग-अलग तीन थानों में केस दर्ज किए गए हैं. भिलाई में 5 थानों में भिलाई और दुर्ग के जिलाध्यक्षों समेत 450 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. वही बस्तर में भी 200 भाजपाइयों के खिलाफ 9 थानों में धारा 147,341 के तहत मामला दर्ज किया गया.