राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ में पानी की बर्बादी का मामला लगातार सुर्खियों में है. कांकेर, जशपुर के बाद अब राजनांदगांव में मोहारा एनीकट के पांच गेट खोलकर लाखों लीटर पानी बहाने के मामले में जल संसाधन विभाग ने बसंतपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. वहीं जल संसाधन संभाग के टाइमकीपर एवं नगर निगम के वॉचमैन को शो-कॉज नोटिस भी जारी किया गया है.

आपको बता दें कि हाल ही में रेत तस्कारों ने नदी से रेत निकालने के लिए मोहारा एनीकट के पांच गेट खोलकर लाखों लीटर पानी बहा दिए थे. इसकी सूचना मिलते ही जल संसाधन विभाग ने तत्काल गेट को बंद करा दिया था.मोहारा एनीकट में अभी 74 प्रतिशत जल भराव है, जो राजनांदगांव शहर में पेयजल आपूर्ति के लिए पर्याप्त है.

जल संसाधन संभाग, राजनांदगांव के कार्यपालन अभियंता ने घटना की जांच प्रतिवेदन में बताया है कि विगत 31 मई को अज्ञात व्यक्तियों ने मोहारा एनीकट के पांच गेट खोल दिए थे. गेट खोले जाने के पूर्व मोहारा एनीकट में 1.26 मिलियन घनमीटर जल का भराव था. अज्ञात व्यक्तियों द्वारा गेट खोले जाने पर लगभग 4-5 घंटा गेट से पानी बह गया,जिससे एनीकट में लगभग 15 सेंटीमीटर पानी का स्तर कम हो गया एवं लगभग 90 हजार क्यूबिक मीटर पानी बह गया. जल संसाधन विभाग को गेट खोले जाने की सूचना मिलते ही तत्काल गेट को बंद करा दिया गया था.

कार्यपालन अभियंता ने जांच प्रतिवेदन में बताया है कि एनीकट के गेट की एक चाबी जल संसाधन संभाग, राजनांदगांव के संबंधित कर्मचारी टाइमकीपर एवं एक चाबी राजनांदगांव नगर निगम के कर्मचारी वॉचमैन के पास रहती है. इन दोनों को शो-कॉज नोटिस जारी किया गया है. जल संसाधन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी ने घटना के संबंध में 31 मई को ही थाना प्रभारी बसंतपुर, राजनांदगांव में एफआईआर दर्ज कराई है.

घटना के संबंध में राजनांदगांव में खनिज विभाग के उप संचालक से भी प्रतिवेदन प्राप्त किया गया है. खनिज विभाग के प्रतिवेदन के अनुसार संबंधित क्षेत्र का निरीक्षण किया गया है, जिसमें अधिकांश क्षेत्र में पानी भरा पाया गया. उस क्षेत्र में अवैध खनिज रेत का उत्खनन नहीं होना पाया गया. खनिज अमले द्वारा संबंधित क्षेत्र की सतत् निगरानी की जा रही है.राजनांदगांव नगर निगम के आयुक्त से भी इस संबंध में प्रतिवेदन प्राप्त किया गया है.

रात में निगरानी के लिए कर्मचारियों की लगाई डयूटी

आयुक्त के प्रतिवेदन के अनुसार मोहारा प्लांट इंचार्ज एवं शिफ्ट इंचार्ज से घटना का स्पष्टीकरण मांगा गया है. साथ ही नगर पुलिस अधीक्षक, राजनांदगांव को रात्रिकालीन पुलिस पेट्रोलिंग कराने के संबंध में पत्र लिखा गया है. एनीकट में रात्रिकालीन निगरानी के लिए तीन पालियों में दो-दो कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई है. एनीकट के आसपास अंधेरा होने के कारण 250 वॉट का लाइट लगाया गया है. अधिकारियों व कर्मचारियों को सतत निरीक्षण के लिए निर्देशित भी किया गया है.