मुंबई। महाराष्ट्र एक बार फिर मराठा आरक्षण की आग धधक उठा है. एनसीपी नेता के बयान से गुस्साए समाज के लोगों ने पार्टी विधायकों के घर भी जला दिए हैं. गुस्साए प्रदर्शकारियों ने अजित पवार के पोस्टर पर कालीख पोत दी. आरक्षण को लेकर अब तक 13 लोगों ने आत्महत्या कर ली है. वहीं शिब्बा संगठन के अध्यक्ष मनोज जरांगे इस आरक्षण के लिए भूख हड़ताल पर बैठे हैं.

मराठा प्रदर्शनकारी आरक्षण के लेकर रुख साफ नहीं किए जाने पर विधायकों के आवासों, दफ्तरों और व्यवसायों को निशाना बना रहे हैं. गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने शरद पवार गुट के कार्यालय को तक निशाना बना लिया है. इसके अलावा एक विधायक के होटल को भी आग के हवाल कर दिया गया है. 

राज्य सरकार में पूर्व मंत्री जयदत्तजी क्षीरसागर के ऑफिस में आग लगा दी गई है. इससे पहले बीड विधानसभा क्षेत्र के विधायक संदीप क्षीरसागर के घर में मराठा आंदोलनंकारियो ने घुसकर करीब 5 से 6 चार पहिया वाहनों को आग के हवाले कर दिया. इससे पहले आज शाम को ही प्रदर्शनकारियों ने बीड जिले के माजलगांव में अजित पवार गुट के एनसीपी विधायक प्रकाश सोलंके का बंगला भी फूंक दिया. इस दौरान बंगले में खड़े 8 से 10 दोपहिया भी जलकर खाक हो गए.

आरक्षण के पक्ष में खड़े विधायकों को बख्शा

मराठा आरक्षण के पक्ष में आज ही BJP के एक विधायक लक्षम पवार और एनसीपी जिला अध्यक्ष (अजित पवार गुट) राजेश्वर चौहान ने इस्तीफा दे दिया है. इन विधायकों के घरों को आरक्षण समर्थकों के आग के हवाले नहीं किया. इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आंदोलनकारियों से शांति बरतने की अपील की है. वहीं मनोज जरांगे भूख हड़ताल समाप्त करने का आह्वान किया.