वीरेन्द्र गहवई, बिलासपुर। जिले के मस्तूरी क्षेत्र में मंगलवार शाम हुए सनसनीखेज गोलीकांड ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। अज्ञात नकाबपोश बाइक सवार हमलावरों ने जनपद उपाध्यक्ष और कांग्रेस नेता नितेश सिंह के निजी ऑफिस के सामने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, जिसमें उनके पास बैठे दो सहयोगी गोली लगने से घायल हो गए। दोनों को तत्काल अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं पुलिस ने 24 घंटे के भीतर इस वारदात का खुलासा करते हुए 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उनके पास से देशी पिस्टल, कट्टा, मैगजीन और जिंदा कारतूस सहित कई सबूत बरामद किए हैं।
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वर्चस्व की लड़ाई और जमीन विवाद में हुई फायरिंग
जांच में पता चला कि यह हमला आपसी रंजिश, जमीन विवाद और राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा था। कांग्रेस नेता नितेश सिंह और मुख्य आरोपी विश्वजीत अनंत के परिवारों के बीच जमीन की खरीद-बिक्री और क्षेत्र में प्रभाव को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। दोनों पक्षों के खिलाफ पहले भी मस्तूरी और सिविल लाइन थानों में प्रकरण दर्ज हो चुके हैं।

जानिए क्या है पूरा मामला
मस्तूरी निवासी नितेश सिंह (प्रार्थी) और मुख्य आरोपी विश्वजीत अनंत के परिवार के बीच मस्तूरी क्षेत्र में जमीन की खरीद-बिक्री, अतिक्रमण और राजनीतिक वर्चस्व को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। दोनों पक्षों द्वारा पूर्व में मस्तूरी और सिविल लाइन थानों में एक-दूसरे के विरुद्ध अपराध दर्ज कराए जा चुके हैं।
मुख्य आरोपी विश्वजीत अनंत ने नितेश सिंह, उनके परिवार और साथियों को जान से मारने की नीयत से अपने भाइयों और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर षड्यंत्र रचा। उसे पता था कि नितेश सिंह प्रतिदिन शाम को जनपद पंचायत कार्यालय के सामने अपने साथियों के साथ बैठते हैं, जिसके चलते उनकी लगातार रेकी की गई।
पहला हमला 25 अक्टूबर 2025 को करने की योजना बनाई गई थी, जो किसी कारणवश असफल रही। इसके बाद 28 अक्टूबर 2025 की शाम लगभग 6 बजे आरोपीगण दो मोटरसाइकिलों से पहुंचे और मेन रोड, मस्तूरी में नितेश सिंह और उनके साथियों पर लगातार फायरिंग की। इस हमले में राजू सिंह और चंद्रभान सिंह गोली लगने से घायल हो गए, जिन्हें तत्काल अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जांच में यह तथ्य सामने आया है कि आरोपी तारकेश्वर पाटले ने विश्वजीत अनंत को एक लाख रुपये नगद दिए थे, जिसे उसने अपने साथियों में बांटा था। इस संबंध में पुष्टि की जा रही है। प्रकरण में अन्य आरोपियों की संलिप्तता की भी जांच जारी है और सभी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने खंगाले 100 से ज्यादा CCTV फुटेज
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (भा.पु.से.) के नेतृत्व में ACCU (सायबर सेल) और मस्तूरी थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्रवाई की। टीम ने घटना के बाद 100 से अधिक CCTV फुटेज खंगाले और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर एक-एक कर सभी आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम
विश्वजीत अनंत (29 वर्ष), निवासी ग्राम मोहतरा
अरमान उर्फ बलमजीत अनंत (29 वर्ष), निवासी ग्राम मोहतरा
चाहत उर्फ विक्रमजीत अनंत (19 वर्ष), निवासी ग्राम मोहतरा
मोहम्मद मुस्तकीम उर्फ नफीस (29 वर्ष), निवासी भारतीय नगर, सिविल लाइन
मोहम्मद मतीन उर्फ मोंटू (22 वर्ष), निवासी अटल आवास, कोनी
दो नाबालिग
बरामद हथियार और सामग्री
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में हथियार और सामग्री बरामद की है। जब्त सामान में दो देशी पिस्टल, एक देशी कट्टा, पांच मैगजीन, चार जिंदा कारतूस, तेरह खाली खोखे, दस बुलेट और पांच मोबाइल फोन शामिल हैं। ये सभी वस्तुएं घटना में प्रयुक्त होने की पुष्टि पुलिस ने की है, जिन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
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