फिरोजपुर। पंजाब में फिरोजपुर रेंज के DIG इंद्रबीर सिंह ने राज्य के पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की बोलती बंद कर दी है. दरअसल उन्होंने अपने ऑफिस के बाहर नोटिस लगा दिया है, जिसमें लिखा है कि उनके दफ्तर में मोबाइल फोन अंदर लाने की कोई मनाही नहीं है. यह नोटिस इसलिए अहम है, क्योंकि पंजाब में कई अधिकारियों ने फोन उनके ऑफिस के भीतर लाने पर रोक लगा रखी है. ऐसे में नए CM भगवंत मान के रिश्वत मांगने वालों की ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग करने के फैसले पर सवाल उठ रहे थे. DIG इंद्रबीर सिंह ने कहा कि कामकाज में पारदर्शिता के लिए उन्होंने यह कदम उठाया है.

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सीएम भगवंत मान ने एंटी करप्शन नंबर कर रखा है जारी

बता दें कि मुख्यमंत्री बनने के बाद भगवंत मान ने एंटी करप्शन हेल्पलाइन नंबर 9501200200 जारी किया था. भगवंत मान ने अपील की थी कि अगर कोई अफसर, कर्मचारी, मंत्री या कोई और नेता रिश्वत मांगे, तो ऑडियो या वीडियो रिकॉर्ड कर वॉट्सएप कर देना. इस आदेश के बाद पता चला कि पंजाब के सरकारी दफ्तरों में तो मोबाइल अलाउड ही नहीं है. बड़े अफसर अपने दफ्तर में मोबाइल नहीं ले जाने देते, वहीं छोटे कर्मचारी उसे स्विच ऑफ करवा देते हैं. ये बात पता चलने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसी भी सरकारी ऑफिस में मोबाइल प्रतिबंधित करने के लिए मना किया है. उन्होंने आदेश दिया है कि किसी भी सरकारी ऑफिस में कोई भी व्यक्ति मोबाइल लेकर जा सकता है. इसे लेकर भेजे गए पत्र में लिखा गया है कि इससे आम लोगों को परेशानी होती है. मोबाइल पर पूरी पाबंदी के बजाय सिर्फ वहीं आंशिक रोक रहेगी, जहां सुरक्षा की वजह से ऐसा करना जरूरी हो. सरकार के इस आदेश के बाद अब सरकारी दफ्तरों से मोबाइल नॉट अलाउड या स्विच ऑफ मोबाइल जैसे बोर्ड हटाने होंगे.

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