सत्यपाल राजपूत, रायपुर. रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय में शुक्रवार को प्रथम दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाध्यक्ष अनुसुइया उइके शामिल हुई. प्रथम दीक्षांत समारोह रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय के कुलाधिपत रविशंकर महाराज के आशीर्वाद से विश्वविद्यालय परिसर के गोविंदा कल्याण मंडपम में आयोजित किया गया. कार्यक्रम में विश्वविद्यालय में सत्र 2018, 2019 एवं 2020 में अध्यनरत विद्यार्थियों को उपाधियां दी गई, जिसमें 1040 उपाधि और 25 स्वर्ण पदक से छात्रों को सम्मानित किया गया.
दीक्षांत समारोह में पद्म विभूषण डॉ. के कस्तूरीरंगन, पद्मश्री वैद्य राजेश कोटेचा, न्यायधीश (सेनानिवृत्त) अशोक भूषण, पद्म विभूषण डॉ. तीजन बाई को मानद उपाधि प्रदान की गई. सभा को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि निश्चित ही गुरुकुल परंपरा को आत्मसात करते हुए यह विश्वविद्यालय आधुनिक ज्ञान की तरफ अग्रसर है. इस विश्वविद्यालय का सुरम्य नैसर्गिक एवं आध्यात्मिक वातावरण यहां अध्ययन एवं अध्यापन का एक बेहतर वातावरण निर्मित करता है. इस प्राकृतिक और आध्यात्मिक वातावरण में दीक्षित होकर निकले विद्यार्थियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं. आज दीक्षा उपाधि पाने वाले सभी विद्यार्थियों से मेरा आग्रह है कि वे देश के विकास में अपनी सक्रिय भागीदारी का निर्वहन करते हुए अपना, अपने परिवार एवं अपने गुरुजनों का नाम रोशन करें. साथ ही सत्य के मार्ग पर चलते हुए यश और प्रतिष्ठा अर्जित करें.
छात्रों ने नए कीर्तिमान स्थापित किए: डाॅ. वीरेंद्र
मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने सभा मे उपस्थित न हो पाने पर अपना वीडियो संदेश देते हुए कहा कि इस दीक्षा समारोह के माध्यम से यह विश्वविद्यालय आज शिक्षा जगत में अपनी प्रतिभा एवं प्रतिष्ठा का मंगल शंखनाद कर रहा है. दीक्षांत समारोह का यह क्षण पुरषार्थ से परमार्थ की साधना का साक्षी बनने जा रहा है. रविशंकर महाराज श्री रावतपुरा सरकार की लोक कल्याण की भावना का बीजरूप संकल्प आज साकार रूप धारण करने जा रहा है. आज इस विश्वविद्यालय के आचार्यों एवं विद्यार्थियों की शाश्वत साधना फलीभूत, समलकृत एवं समादृत होने जा रही है. आज के इस दीक्षांत समारोह में उन प्रतिभाओं को सम्मानित किया जा रहा है, जिन्होंने अपने प्रखर पुरुषार्थ से सफलता के नित नवीन कीर्तिमान स्थापित किए हैं.
छात्र तकनीकी शिक्षा को सीखे: रविशंकर महाराज
श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय के कुलाधिपति रविशंकर महाराज ने कहा कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना 2018 में हुई और इसकी स्थापना का उद्देश्य शिक्षा और विद्या को साथ लेकर एक ऐसा वातावरण बनाना था, जहां विद्यार्थी तकनीकी शिक्षा को सीखे, विज्ञान को समझें, आधुनिक विषयों को भी जाने. साथ ही धर्म, संस्कृति, मानवता और अध्यात्म को भी अपने जीवन में स्थान दे. विद्यार्थी अपने जीवन में आधुनिकता को तो लाए. साथ ही भारतीय संस्कृति को भी न भूले. यही इस विश्वविद्यालय की स्थापना का उद्देश्य रहा है इसलिए इस परिसर में अलग-अलग विषयों की प्रयोगशालाएं बनाए गए. साथ ही यज्ञशाला, गौशाला भी दिखाई देते हैं. यहां हमेशा वैदिक मंत्रों का उच्चारण सुनाई देता है. इन्हीं विशेषताओं के साथ यह परिसर विकसित होता गया और आज हम सब पहला दीक्षांत समारोह मना रहे हैं.
कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
श्री रावतपुरा सरकार लोक कल्याण ट्रस्ट के उपाध्यक्ष डॉ. जेके उपाध्याय ने विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति हर्ष गौतम, कुलपति प्रो. डॉ. एसके सिंह, कुलसचिव प्रभारी मनोज कुमार सिंह और सभी शैक्षणिक, अशैक्षणिक स्टाफ के साथ उपाधि धारक छात्रों को प्रथम दीक्षांत समारोह के लिए के लिए बधाई दी एवं छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की. दीक्षांत समारोह में विशिष्ट अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय एवं जल शक्ति विभाग प्रहलाद सिंह पटेल उपस्थित रहे. विशेष अतिथि के रुप में विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, खाद्य योजना एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, भिण्ड सांसद संध्या राय, रायपुर सांसद सुनील कुमार सोनी शामिल हुए.
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