रायपुर। आज यानी 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है. नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा होती है. मां शैलपुत्री हिमालयराज की पुत्री हैं. मां शैलपुत्री के मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति प्रगति के पथ पर आगे बढ़ता है. इसके जाप से व्यक्ति में धैर्य और इच्छाशक्ति की वृद्धि होती है. मां शैलपुत्री अपने मस्तक पर अर्द्ध चंद्र धारण करती हैं. इनकी पूजा और मंत्र जाप से चंद्रमा संबंधित दोष भी समाप्त हो जाते हैं. चंद्रमा मनुष्य के मन को दर्शाता है और इसका प्रभाव पूर्णतया हमारी सोच पर पड़ता है. Read More- Garba Night 2023: गरबा में जाने की हो गई है पूरी तैयारी, तो इस तरह से करें मेकअप ताकि पसीने में न हो खराब

मां शैलपुत्री के प्रभावशाली मंत्र
-ऊँ देवी शैलपुत्र्यै नमः॥
-वन्दे वाञ्छितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्।
वृषारुढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्॥

-या देवी सर्वभू‍तेषु माँ शैलपुत्री रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥

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