हिमाचल के चिंतपूर्णी मंदिर के पुजारियों को लेकर जालंधर के नकोदर में बाबा मुराद शाह के मेले में विवादित बयान देने वाले सूफी सिंगर मास्टर सलीम के खिलाफ पहली FIR थाना गोराया में दर्ज हो गई। यह FIR हिंदू संगठनों और शिवसेना उद्धव बाला साहेब ठाकरे के विरोध के बाद पुलिस ने दर्ज की है।

मास्टर सलीम के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में भारतीय दंड संहिता की धारा 295A के तहत मामला दर्ज किया गया है।

शिवसेना उद्धव बाला साहेब ठाकरे के सदस्यों ने प्रेस वार्ता करके बताया कि उन्होंने पिछले कल मास्टर सलीम के खिलाफ प्रदर्शन रखा था, लेकिन पुलिस के अधिकारियों ने उन्हें रोक दिया औऱ आश्वासन दिया था कि वह मास्टर सलीम के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं और उनकी शिकायत पर एक्शन लिया जा रहा है। इस कारण कल अपना धरना प्रदर्शन रद्द किया था।

उन्होंने कहा कि मास्टर सलीम ने मां चिंतपूर्णी के बारे और सनातन धर्म के बारे में अभद्र शब्द बोले थे। बुधवार को एसएसपी जालंधर में धरना देना था, लेकिन जालंधर देहात की पुलिस ने 295A एक्ट के तहत मास्टर सलीम के खिलाफ कल देर रात मामला दर्ज कर लिया।

मुंबई से आए शिवसेना नेता ने माता चिंतपूर्णी को लेकर मास्टर सलीम के द्वारा की गई टिप्पणी पर सवाल खड़े किए है। वहीं उनसे जब बात की गई कि हिंदू नेता ने चिंतपूर्णी दरबार में जाकर मास्टर सलीम से माफी मंगवाई थी, तो इस पर उन्होंने कहा कि दो-चार लोग इकट्ठे होकर माफी मंगवाने वाले कौन होते हैं। इस पर शिवसेना नेता ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि मास्टर सलीम को या तो जुर्माना लगाया जाए या कोई उन्हें सजा दी जाए।

शिवसेना नेताओं ने कहा कि सलीम के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है अब उन्हें जल्द से जल्द मास्टर सलीम को गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज को लेकर सभी मर्यादा में रहें। इसे तोड़ने की कोशिश न करें। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिन में मास्टर सलीम और कन्हैया मित्तल के बीच जो विवाद हुआ है, उसके बारे में सभी लोगों को पता.