Hanuman Janmotsav Special: इस वर्ष हनुमान जयंती 12 अप्रैल, शनिवार को पूरे श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई जाएगी. भगवान हनुमान की पूजा केवल भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी की जाती है. करोड़ों भक्तों के आराध्य “बजरंगबली” से जुड़ी कई मान्यताएं प्रचलित हैं. लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि हनुमान जी का सबसे पहला मंदिर कहां स्थापित हुआ था?
ऐसा माना जाता है कि दुनिया का पहला हनुमान मंदिर कर्नाटक के हंपी स्थित अंजनाद्री पर्वत पर बना था. यह मंदिर ‘अंजनेय मंदिर’ के नाम से प्रसिद्ध है. मान्यता है कि यहीं भगवान हनुमान का जन्म हुआ था, इसलिए यह स्थान हनुमान जन्मभूमि के रूप में भी पूजनीय है.
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हनुमान जी की पहली भक्त कौन थीं? (Hanuman Janmotsav Special)
धार्मिक दृष्टिकोण से माता अंजना को हनुमान जी की पहली भक्त माना जाता है. उन्होंने ही अपने तप और आराधना से भगवान हनुमान को पृथ्वी पर अवतरित होने के लिए प्रेरित किया. यही कारण है कि हनुमान जी की रामभक्ति उनके जीवन का प्रमुख उद्देश्य बन गई.
मंदिर का महत्व और वातावरण (Hanuman Janmotsav Special)
इस प्राचीन मंदिर की वास्तुकला भले ही साधारण हो, लेकिन इसका वातावरण अत्यंत पवित्र और आध्यात्मिक होता है. सुबह और शाम की आरती, भजन-कीर्तन और यहां की दिव्यता भक्तों को आध्यात्मिक शांति का अनुभव कराती है.
स्थानीय किंवदंतियाँ और मान्यताएँ (Hanuman Janmotsav Special)
स्थानीय मान्यताओं और पुराणों के अनुसार, माता अंजना इसी पर्वत पर तपस्या करती थीं. उनके नाम पर ही इस पहाड़ी का नाम अंजनाद्री पड़ा. ऐसा भी कहा जाता है कि हनुमान जी का बचपन यहीं बीता और यहीं से उन्होंने रामभक्ति की राह पर अपने जीवन को समर्पित किया.
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