सत्यपाल राजपूत, रायपुर। रामानुजगंज के जंगल में अर्धनग्न अवस्था में मिली महिला की अब तक मेडिकल जांच नहीं हुई है. महिला को मेकाहारा से डीकेएस अस्पताल में रेफर किया गया है. जहां इलाज जारी है. लेकिन महिला होश में नहीं आई है. घटना को हुए कई दिन हो गए हैं, फिर भी मेडिकल जांच नहीं की गई है. जिस पर सवाल उठाया जा रहा है. मामले में रेप की आशंका जताई जा रही है, जांच होने के बाद ही मामले का खुलासा होगा.

इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अनभिज्ञता जताई है. उन्होंने कहा कि ये सरगुजा अंचल का ही मामला है. मेरे जानकारी में लाए नहीं थे. इसे मेरी भी कमी मानी जा सकती है. मैं इसे जरूर देखवाता हूं. जिस हालात में मिलने की सूचना दिया जा रहा है. उसके मुताबिक, मेडिकल टेस्ट होना चाहिए, अगर नहीं हुआ है तो ये गलती है. दिखवाता हूं पूरा मामला क्या है.

डीकेएस हॉस्पिटल के उप अधीक्षक हेमंत शर्मा ने बताया कि पेसेंट को मेकाहारा से डीकेएस शिफ्ट किया गया है. अभी बोलने के हालात में नहीं है. लगातार डॉक्टरों की निगरानी में है. सिर और आंख के पास चोट है. इसलिए यहां मेकाहारा से रेफर किया गया है. बाकी क्या रिपोर्ट है ये मेकाहारा से ही पात चलेगा. हमारे पास रेप की कोई जानकारी नहीं आई है.

गौरतलब है कि घटना रामानुजगंज विधानसभा के तातापानी की है. महिला विहान समूह की पीआरपी के रूप में पत्थलगांव अपने ग्रुप के साथ 15 अक्टूबर को गई थी और वहां से गायब हो गई थी. 18 अकटूबर को वह जंगल में अर्धनग्न हालत में मिली, जिसे इलाज के लिए पहले लैलूंगा अस्पताल फिर रामकृष्ण अस्पताल रायपुर लाया गया. जहां से उसे मेकाहारा रायपुर भेजा गया. महिला अभी बेहोशी की हालत में है. जिस हालत में ये मिली है, उससे लगता है कि उनके साथ दुष्कर्म या गैंगरेप हुआ है. लेकिन पुलिस अभी तक आरोपियों को नहीं ढूंढ पाई है. और ना ही अभी तक महिला की कोई मेडिकल जांच हुई है.