Fixed Deposit Investment Tips : फिक्स्ड डिपॉजिट निवेश के सबसे लोकप्रिय तरीकों में से एक है. खासकर जो लोग जोखिम नहीं लेते, उनके लिए फिक्स्ड डिपॉजिट बेहतर विकल्प साबित हो सकता है. अगर आप भी एफडी में निवेश करना चाहते हैं तो निवेश से पहले आपको यह देखना चाहिए कि कौन सा बैंक एफडी पर ज्यादा ब्याज दे रहा है.

एफडी कराते समय उसकी अवधि तय करने से पहले अच्छी तरह सोच-विचार करना जरूरी है. ऐसा इसलिए क्योंकि अगर निवेशक मैच्योरिटी से पहले रकम निकालते हैं तो उन्हें जुर्माना देना होगा. अगर एफडी मैच्योर होने से पहले तोड़ी जाती है तो 1% तक जुर्माना देना होगा. इससे जमा पर मिलने वाला कुल ब्याज कम हो सकता है. इसलिए अधिक ब्याज के लालच में लंबी अवधि की एफडी करने से बचना चाहिए.

अपना सारा पैसा एक ही एफडी में निवेश न करें

यदि आप एक बैंक में एफडी में 10 लाख रुपये निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो इसके बजाय एक लाख रुपये की 9 एफडी और एक से अधिक बैंकों में 50,000 रुपये की 2 एफडी में निवेश करें. इसके साथ ही अगर आपको बीच में पैसों की जरूरत पड़ती है तो आप अपनी जरूरत के मुताबिक एफडी को बीच में ही तोड़कर पैसों का इंतजाम कर सकते हैं. आपकी बाकी एफडी सुरक्षित रहेगी.

ब्याज की वापसी

पहले बैंकों में तिमाही और सालाना आधार पर ब्याज निकालने का विकल्प था, अब कुछ बैंकों में मासिक निकासी भी की जा सकती है. आप इसे अपनी जरूरत के हिसाब से चुन सकते हैं.

एफडी पर मिलने वाले लोन की ब्याज दर भी देखें

आप अपनी FD पर लोन भी ले सकते हैं. इसके तहत आप एफडी के मूल्य का 90 फीसदी तक लोन ले सकते हैं. मान लीजिए आपकी एफडी की वैल्यू 1.5 लाख रुपये है तो आपको 1 लाख 35 हजार रुपये का लोन मिल सकता है. अगर आप एफडी पर लोन लेते हैं तो आपको फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाले ब्याज से 1-2 फीसदी ज्यादा ब्याज देना होगा. उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि आपकी एफडी पर 6% ब्याज मिल रहा है, तो आपको 7 से 8% ब्याज दर पर लोन मिल सकता है.

अधिकांश बैंक वरिष्ठ नागरिकों को एफडी पर 0.50% तक अधिक ब्याज देते हैं. ऐसे में अगर आपके घर में कोई वरिष्ठ नागरिक है तो आप उसके नाम पर एफडी बनवाकर ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं.