भागलपुर । जिले में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है, जिससे शहर में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। जलस्तर खतरे के निशान से लगभग 70 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच चुका है। इंजीनियरिंग कॉलेज के कैंपस में बाढ़ का पानी घुस चुका है, और यहां के क्लासरूम, लाइब्रेरी और प्रैक्टिकल रूम जलमग्न हो गए हैं। कॉलेज के हॉस्टल में भी पानी घुसने के बाद सभी छात्रों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है।

छात्रों सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट

कॉलेज परिसर में फिलहाल पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे राहत कार्यों में भारी दिक्कतें आ रही हैं। प्रशासन की टीम इस संकटपूर्ण स्थिति पर नजर बनाए हुए है, लेकिन जलस्तर के लगातार बढ़ते जाने के कारण राहत कार्यों में रुकावट आ रही है। कॉलेज के स्टाफ सदस्य ललन ने बताया कि वाटर लेवल बहुत बढ़ चुका है, और सभी छात्रों को अब सुरक्षित जगहों पर भेज दिया गया है। वहीं, छात्र बिपिन ने कहा कि यह समस्या हर साल देखने को मिलती है और इस बार फिर से पढ़ाई और करियर पर इसका असर पड़ा है। बिपिन का कहना था कि कॉलेज कम से कम 20 दिनों तक बंद रहने की संभावना है।

राहत की बात कर रहा प्रशासन

भागलपुर में यह बाढ़ का संकट बेहद गंभीर है, और प्रशासन एवं कॉलेज प्रशासन द्वारा राहत कार्यों की पूरी कोशिश की जा रही है। आपको बता दें कि इस साल बिहार में अलग-अलग जिलों में बाढ़ से लोगों को कई तरह की परेशानियां हुई है जहां एक तरफ लोगों का जनजीवन बाढ़ से प्रभावित हुआ है वहीं कई लोगों का घर भी उजड़ गया है। व्हाट्सएप पीड़ित लोगों का कहना है कि सरकार को उनके जख्मों पर मरहम लगाना चाहिए ।कई लोग मुआवजा की भी मांग कर रहे हैं।

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