उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में हुई भारी बारिश के कारण यमुना नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है. मौसम विभाग के अनुसार, पिछले मंगलवार को हुई मूसलाधार बारिश ने यमुना के कैचमेंट एरिया में पानी के बहाव को काफी बढ़ा दिया है. इसके परिणामस्वरूप, हथिनी कुंड बैराज (Hathnikund Barrage) पर इस मानसून सीजन में पानी का स्तर सबसे ऊंचा पहुंच गया है, जहां से दिल्ली की ओर प्रति सेकंड 65 लाख 206 क्यूसेक पानी बह रहा है. बुधवार सुबह यमुना का जलस्तर 73,749 क्यूसेक तक पहुंच गया, जो कि दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न कर सकता है. यमुनानगर जिला प्रशासन ने पहले ही अलर्ट जारी कर दिया है और दिल्ली के निवासियों से सतर्क रहने की अपील की है. अगले 72 घंटे अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि यमुना का पानी अब दिल्ली की सीमाओं के करीब पहुंच रहा है.

चाइनीज मांझे ने छीनी पक्षियों की आजादी, दिल्ली में कोड वर्ड में बिक रहे चीनी मांझे, 4 दिन में 250 से अधिक पक्षी घायल

मौसम विभाग ने उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों, विशेषकर दिल्ली, एनसीआर, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. यह बारिश आठ से 11 अगस्त तक जारी रहने की संभावना है, जिससे दिल्ली-एनसीआर में जलभराव की समस्या बढ़ रही है और जनजीवन प्रभावित हो रहा है. पिछले जुलाई में भी दिल्ली में चार बार भारी बारिश हुई थी, और अब अगस्त की शुरुआत से ही बारिश का यह सिलसिला लगातार जारी है. मौसम विभाग के अनुसार, अगले एक सप्ताह तक दिल्ली-एनसीआर में हल्की से लेकर तेज बारिश होती रहेगी.

जस्टिस यशवंत वर्मा को नहीं मिली राहत, सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की याचिका, कैश कांड में जांच प्रक्रिया को दी थी चुनौती

बारिश ने बिगाड़ा खेल

मंगलवार को उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में हुई तीव्र वर्षा ने यमुना के जलग्रहण क्षेत्र में पानी का बहाव बढ़ा दिया. इस भारी बारिश के कारण नदी का जलस्तर उफान पर आ गया है, जिसका प्रभाव अब दिल्ली तक महसूस किया जाएगा. सिंचाई विभाग के कंट्रोल रूम ने बताया कि बुधवार सुबह 6 बजे यमुना का जलस्तर 73,749 क्यूसेक तक पहुंच गया, जो इस मौसम का सबसे ऊंचा स्तर है.

नकली जीवन रक्षक दवाओं के नाम पर बेच रहे थे सफेद चूरन की गोली, दिल्ली पुलिस ने सिंडिकेट का किया भंडाफोड़, 6 गिरफ्तार

यमुना का बढ़ता जलस्तर दिल्ली के लिए एक गंभीर चुनौती उत्पन्न कर सकता है. प्रशासन ने निचले क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक उपाय करने की सलाह दी है. अगले 72 घंटे शहर के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं, क्योंकि यमुना का पानी दिल्ली की सीमाओं के करीब पहुंचने वाला है.