कांकेर। पुलिस जवानों को मानसिक तनाव से बचाने के लिए स्पंदन अभियान का आज शुभारंभ किया गया. मुख्यमंत्री द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को जवानों के बीच जाकर समस्याओं को सुलझाने के निर्देश दिये गए हैं. इसी क्रम में डीजीपी डीएम अवस्थी कांकेर जिले के सुदूर वनांचल स्थित तरान्दुल ग्राम में तैनात सीएएफ कैम्प की 6वीं वाहिनी की डी कंपनी पहुंचे.

अवस्थी ने कहा कि स्पंदन अभियान का मूल उद्देश्य है कि छत्तीसगढ़ पुलिस को एक भी जवान खोना नहीं है. संवाद से सभी समस्याओं का हल सम्भव है. आपकी समस्याएं जानने वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आपके पास आएंगे और उन्हें हल करेंगे. आपका जीवन बहुमूल्य है. इसे बचाकर रखें, क्योंकि घर में आपके माता-पिता, पत्नी-बच्चे आपका इंतजार करते हैं.

अवस्थी ने कहा कि किसी जवान को गंभीर समस्या है या छुट्टी की जरूरत है तो कंपनी कमांडर संवेदनशीलता दिखाएं. उन्होंने कैम्प में जवानों के लिए लाइब्रेरी का उद्घाटन किया और खेल सामग्री वितरित की. कम्पनी में आयोजित बड़ा खाना में डीजीपी ने जवानों के साथ बैठकर भोजन भी किया. अवस्थी ने कैम्प में जवानों से एक-एक कर समस्याएं सुनीं.

जवानों ने बताया कि कैम्प में मोबाईल नेटवर्क नहीं आता है. जिस पर डीजीपी ने आईजी को समन्वय कर मोबाईल नेटवर्क समस्या दूर करने के निर्देश दिए. एक जवान ने बताया कि पेयजल आपूर्ति के लिए सिर्फ एक ही बोर है. डीजीपी ने 15 दिन के अंदर एक और बोर कराने के निर्देश दिए. जवानों ने बताया कि जिस दिन छुट्टी पर निकलते हैं, वो छुट्टी के दिन में ना गिना जाए. इस पर उन्होंने निर्देश दिए कि छुट्टी की गणना अपराह्न से की जाए.

इस अवसर पर आईजी बस्तर सुंदरराज पी, डीआईजी कांकेर डॉ संजीव शुक्ला, एसपी कांकेर एमआर अहिरे, कमांडेंट प्रखर पांडेय, एआईजी राजेश अग्रवाल, वायपीएस चौहान उपस्थित रहे.