छोटे बच्चों का शरीर बेहद सेंसटिव होता है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने की वजह से वे बहुत जल्दी संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं. खासतौर से मौसम में बदलाव आने पर बच्चों में सर्दी-जुकाम के साथ दस्त की समस्या भी होने लगती हैं. दस्त में विषाक्त पदार्थ व बैक्टीरिया पाचन प्रणाली से बाहर निकलते है. नवजात शिशुओं का मल पतला ही निकलता है, लेकिन दस्त के दौरान यह पानी की तरह निकले लगता है. अगर शिशु के शरीर में पानी की कमी हो जाएं, तो उसके दस्त गंभीर स्थिति में पहुंच सकते हैं.

ऐसे में बच्चों को दस्त लगना पेरेंट्स की चिंता का कारण बन जाते हैं. इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खों के बारे में बताने जा रहे हैं जो नवजात शिशु का दस्त से बचाव करेंगे. आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में. Read More – आंखों का ध्यान रखने और तेज रौशनी के लिए दिनचर्या में शामिल करें ये एक्सरसाइज, स्वस्थ रहेंगी आंखे …

चावल का पानी

बच्चे में दस्त को रोकने के लिए आप चावल का पानी इस्तेमाल कर सकते हैं. चावल का पानी एक कारगर इलेक्ट्रोलाइट सॉल्यूशन के विकल्प के रूप में काम कर सकता है. चावल का पानी ओरल इलेक्ट्रोलाइट सॉल्यूशन से बेहतर पाया गया है.

दही और जीरा

दही एक प्रोबायोटिक फूड होता है. यह पेट के लिए बहुत फायदेमंद होता है. दही में गुड बैक्टीरिया होते है, जिससे दस्त जैसी समस्या से जल्दी निजात पा लिया जाता है. शिशु को दस्त लगने पर उसे दही में भुने जीरे का पाउडर डाल कर देना चाहिए. इससे शिशु का दस्त बहुत जल्दी ठीक हो जाएगा. जीरा एंटीइन्फ्लामेटरी एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सिडेंट्स जैसे गुणों से भरपूर मसाला है. दही के साथ जीरा शिशु के दस्त को ठीक करने में मददगार होता है.

केला

केले में उच्च मात्रा में फाइबर होता है जो मल को सख्त करने में मदद करता है. दस्त के दौरान शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की कमी हो जाती है जिसे केला पूरी करता है. आप शिशु को केले की प्यूरी बनाकर खिला सकती हैं. बच्चों को केला भी खिला सकती हैं. छह महीने के बच्चे के लिए दस्त का घरेलू उपाय केला है. Read More – बच्चों को इस तरह सीखाएं किचन के ये छोटे-छोटे काम, साथ ही बनाएं उन्हें सेल्फ डिपेंडेंट …

नमक चीनी का पानी

दस्त के दौरान बच्चे के शरीर से अत्यधिक तरल निकल जाता है. इसकी आपूर्ति के लिए आप घर में नमक-चीनी का ओआरएस घोल बना सकते हैं और बच्चे को पिला सकते हैं. इसके लिए आप एक लीटर पानी में 8 चम्मच चीनी और एक चम्मच नमक मिला लें और बच्चे को थोड़ा-थोड़ा पिलाते रहें.

सौंफ और अदरक

सौंफ और अदरक पाचन स्वास्थ्य के लिए अच्छे माने जाते हैं. ये शिशु और गर्भवती महिलाओं के लिए भी सुरक्षित हैं. आप एक कप गर्म पानी में 20 मिनट के लिए बारिक कटा हुआ आधा चम्मच अदरक व सौंफ क्रश करके डालें और बच्चे को पिलाएं.

नारियल पानी

नारियल पानी न्यूट्रीएंट्स और मिनरल्स से भरपूर होता है. यह शिशु को हाइड्रेट करता है. यही नहीं इसका सेवन आपके शिशु के पतले मल को मोटा और कठोर भी बनाता है. नारियल पानी का फाइबर कॉन्टेंट शिशु के दस्त को जल्द ही ठीक करता है. साथ ही नारियल पानी शिशु के इम्यून सिस्टम को शक्तिशाली भी बनता है. यह एक प्राकृतिक टॉनिक के रूप में काम करता है. नारियल पानी शिशु को दस्त ठीक होने के बाद भी दिया का सकता है. इससे शिशु के शरीर में एनर्जी आती है. अगर आपके शिशु को दस्त है तो उसे नारियल पानी जरूर पिलाएं. यह उनके लिए काफी फायदेमंद होता है.