जयपुर। जोधपुर के कुड़ी पुलिस स्टेशन में वकील के साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर पुलिस महानिदेशक राजीव शर्मा ने भी इस घटना को गंभीरता से लिया है। कोर्ट में भी इस मामले को लेकर न्यायाधीश ने पुलिस के व्यवहार को लेकर नाराजगी जाहिर की थी। इसके बाद डीजीपी राजीव शर्मा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी पुलिस थानों में पीड़ितों के साथ अच्छा व्यवहार हो, पीड़ित और पुलिस स्टाफ के बीच अच्छे माहौल में बातचीत हो और पीड़ित की हर शिकायत को रजिस्टर करने जैसे विषय को लेकर प्रदेश के सभी पुलिस महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत की और अपनी ओर से आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।

जानकारी के अनुसार अभी हाल ही में जोधपुर के कुड़ी थाने में वकील के साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर वकीलों में काफी गुस्सा छा गया था। यह मामला कोर्ट में भी पहुंचा और पुलिस अधिकारियों को कोर्ट में उपस्थित होकर सफाई देनी पड़ी। हालांकि कोर्ट ने पुलिस स्टेशन में पुलिसकर्मियों के व्यवहार को लेकर नाराजगी जाहिर की। इसलिए पुलिस महानिदेशक ने प्रदेश के सभी पुलिस स्टेशनों में नियुक्त पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों का व्यवहार आमजन के प्रति दोस्ताना रहे और प्रत्येक पीड़ित व्यक्ति को राहत मिले, इसकी शिकायत को रजिस्टर किया जाए और उसकी शिकायत की उचित जांच भी सही समय पर की जाए। इन सब बातों को लेकर डीजीपी राजीव शर्मा ने सभी रेंज आईजी और पुलिस अधीक्षकों को इन सब विषयों पर और गंभीरता से काम करने को कहा है। उधर जोधपुर में कुड़ी थाने में वकील के साथ हुए दुर्व्यवहार को डीजीपी ने भी काफी गंभीर माना है।

हालांकि डीजीपी ने कहा है कि इस प्रकरण के बाद जोधपुर पुलिस कमिश्नर ने उचित और त्वरित कार्रवाई करते हुए एक्शन लिया है। मीडिया से बातचीत के दौरान डीजीपी राजीव शर्मा ने कहा है कि पिछले 2 सालों में राजस्थान में अपराधों के आंकड़ों में कमी आई है। पुलिस स्टेशनों में दर्ज मामलों के निपटारे में तेजी आई है। पीड़ितों की रिपोर्ट दर्ज की जा रही है और मामलों की त्वरित गति से जांच भी की जा रही है। मामलों की पेंडेंसी में काफी सुधार हुआ है। इसके अलावा पुलिस के जो नए कानून लागू हुए हैं, उनमें मामलों के त्वरित निस्तारण के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। इन सब वजहों से राजस्थान में अपराधों में काफी गिरावट आई है।