दिल्ली। पाकिस्तान में महंगाई के चलते लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। लोगों के सामने खाने के लाले लग गए हैं। पाकिस्तान ने महंगाई के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है।

पाकिस्तान में खाने का संकट लोगों के सामने खड़ा हो गया है। पड़ोसी देश में गेहूं का दाम रिकॉर्डतोड़ स्तर पर 7,000 रुपये प्रति कुंतल यानि 70 रुपये प्रति किलो पहुंच गया है। खाद्य सामग्री की बढ़ती कीमतों ने पाकिस्तान में महंगाई और बढ़ा दी है। महंगाई और बढ़ने की अफवाह के बीच लोगों ने जमाखोरी शुरू कर दी है जिससे जरूरी चीजों की बाजार में कमी होना शुरू हो गई है।

पाकिस्तान सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक सितंबर में महंगाई ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये। पाकिस्तान सरकार के ऊपर कर्ज बढ़कर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। कोरोना संक्रमण काल में 94 जीवनरक्षक दवाओं की कीमत भी काफी बढ़ गई है। कुकिंग गैस की पाकिस्तान में जबरदस्त कमी महसूस की जाने लगी है। बढ़ती महंगाई की समस्या से निपटने की जगह पाकिस्तान की इमरान सरकार भारत पर निशाना साधने में जुटी है। पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि भारत दरअसल पाकिस्तान को ब्लैक लिस्टेड कराना चाहता है। जिससे उसकी हालत खराब हो गई है।