पुरुषोत्तम पात्र,देवभोग। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम देवभोग में दुकानों का निरीक्षण करने पहुंची, तो आधा से ज्यादा दुकानों की मालिक शटर डाउन कर चले गए. बाकी खुली हुए दुकानों की जांच की गई, तो 4 दुकानों के लाइसेंस की अवधि खत्म मिली. जिन्हें रिनीवल तक बंद कर दिया गया है.

दरअसल कलेक्टर श्याम धावड़े के निर्देश पर आज जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी तरुण बिरला, सेम्पल असिस्टेंड कौशल साहू पूरी टीम के साथ पहले अमलीपदर पहुंचे. जांच में कैलाश ट्रेडर्स, केजीएन ट्रेडर्स, चंदन किराना, राजेश किराना के लाइसेंस की अवधि खत्म मिली. इन्हें रिनीवल तक बन्द रखने का निर्देश विभाग ने दिया है. यंहा के अशोक ट्रेडर्स से गेंहू के आटा एवं देवभोग के जेके ट्रेडर्स से पंतजलि घी का नमूना जब्त किया है. जिसे जांच के लिए लेबोटरी भजेने की बात तरूण बिरला ने कही है.

जो बंद कर चले गए उनके कारोबार संदेह के दायरे में

बिरला ने बताया कि कार्रवाई की भनक लगते ही अमलीपदर, उरमाल व देवभोग के अधिकांश दुकान संचालक शटर डाउन कर चले गए. ऐसे 18 दुकानों की सूची विभाग ने तैयार किया है. खाद्य अधिकारी ने आशंका व्यक्त किया है कि जरूर ये नियम कायदों को ताक में रख कर संचालित कर रहे होंगे या इनके पास अमानक सामग्री की बिक्री हो रही होगी. ऐसे दुकानों को नोटिस भेज दोबारा निरीक्षण में आने की बात कही है. अगर ये फिर से बन्द मीले तो बन्द दुकानों को सील कर वैधानिक कार्रवाई होगी.

किडनी और कैंसर की हो सकती है बीमारी

बिरला ने मीडिया के माध्यम से उपभोक्ता को खाद्य सामग्री के प्रति सचेत रहने की अपील किया है. उन्होंने बताया कलर युक्त मिठाई, पोलिस की गई चमकने वाले दाल, खुले कलरदार पावडर मशाले में मेटलिक रंगों का इस्तेमाल होता है, जो कैंसर से ग्रसित करा सकता है या फिर पाए जाने वाले हेवी मेटल्स किडनी फेल कर सकता है. खुले मैदा, आटा व तेल का इस्तेमाल से भी बचने की सलाह दिया है.

अखबारी कागज में होता है आरसनिक व लेड

बिरला ने बताया कि अखबारी कागज में दिए गए नमी या तेल युक्त कोई भी खाद्य सामग्री का इस्तेमाल से परहेज करें. प्रिंटिंग होने वाले रंगों में अर्सनिक वे लेड की मात्रा ज्यादा होती है, जो खाद्य सामग्री के जरिये शरीर में पहुंच सीधे नुकसान पहुंचाती है. इसके इस्तेमाल पर 2 लाख रूपए तक के जुर्माने का प्रावधान है. विभाग का टोल फ्री नम्बर 9340597097 में शिकायत भी उपभोक्ता दर्ज करा सकते हैं.

जागरूकता अभियान चलाएगी विभाग

विभाग जल्द ही उपभोक्ता जागरूकता अभियान चलाने वाली है. जिसका जिम्मा महिला बाल विकास विभाग के कर्मी व मितानिनों को दिए जाने का प्रस्ताव कलेक्टर के समक्ष विभाग रखेगी.