रायपुर. सरकार शिक्षाकर्मियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने जा रही है. शाम को प्रदेश के मुख्यसचिव और डीजीपी शाम को वीडियो क्रांफ्रेंसिग के ज़रिए हर जिले के अधिकारियों से बात करेंगे. इनमें कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ शामिल हैं. माना जा रहा है कि शासन शिक्षाकर्मियों से बेदह ख़फा है. इसके मद्देनज़र उसकी कोशिश स्कूल खुलवाने की है.
चार बार बातचीत खत्म होने से प्रशासनिक अधिकारी बेदह नाराज़ हैं. इस संबंध में तमाम कानूनविदों से चर्चा कर ली गई है. इस वीडियो कांफ्रेंसिग में काम पर ना लौटने वाले शिक्षाकर्मियों पर सीधी कार्रवाई के आदेश दिए जाएंगे. इसके साथ ही स्कूलों को चालू करने के लिए निर्देश दिए जाएंगे. जिला स्तर पर उन सभी शिक्षाकर्मी नेताओं की पहचान कर ली गई है जो आंदोलन के पीछे हैं.
इन सभी आंदोलनकारियों को सीधे बर्खास्त कर दिया जाएगा. हालांकि प्रशासन के सख्त रवैये ने शिक्षाकर्मी नेताओं को सोचने पर विवश कर दिया है. शिक्षाकर्मी आंदोलन में संख्याबल लगातार कम होती जा रही है. जो लोग आंदोलन को लंबा खींच सकते थे उन सभी को जेल भेज दिया गया है या फिर अंडरग्राउंड रहने पर मजबूर कर दिया गया है.
उधर, तीसरे दिन भी आंदोलनकारियों ने जगह बदल दी. लेकिन वहां पुलिस के सख्त सुबह से भीड़ नहीं जुट पाई.