इंदौर- खनन क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां अर्जित करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ एक बार फिर सम्मानित हुआ है. इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित चौथे राष्ट्रीय खान और खनिज सम्मेलन के दौरान अलग-अलग तीन कैटेगरी में छत्तीसगढ़ को यह सम्मान हासिल हुआ है. नीलामी प्रक्रिया के बेहतर क्रियान्वय में राज्य ने देश के कई बड़े राज्यों को पछाड़ते हुए यह उपलब्धि अर्जित की है.

सम्मेलन के दौरान नीलामी प्रक्रिया को सफलतापूर्वक अंजाम दिए जाने के लिए विभाग की संचालक अलरमेल मंगई डी को सम्मानित किया गया, वहीं खनन के एक्सप्लोरेशन में बेहतर काम करने के लिए बेस्ट जियोलाॅजिस्ट का अवार्ड ज्वाइंट डाॅयरेक्टर डी आर पटेल को दिया गया. खनन की नीलामी प्रक्रिया के बेहतर क्रियान्वयन के लिए खनिज विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर अनुराग दीवान को सम्मान हासिल हुआ है.
छत्तीसगढ़ के हिस्से आई इस उपलब्धि पर संचालक अलरमेल मंगई डी ने लल्लूराम डाॅट काम से हुई बातचीत में कहा कि- खनिज विभाग के मुखिया डाॅ.रमन सिंह और सचिव सुबोध कुमार सिंह के मार्गदर्शन में विभाग ने बेहतर काम किया है. यही वजह है कि आज देश में छत्तीसगढ़ ने इस मुकाम को हासिल किया है.
केंद्रीय खान मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सम्मेलन का शुभारंभ किया. इस दौरान केंद्रीय खान राज्यमंत्री हरिभाई पार्थीभाई चौधरी, मप्र के खनिज मंत्री राजेंद्र शुक्ल, नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत सहित 22 राज्यों के मंत्री, प्रमुख सचिव और प्रतिनिधिमंडल शामिल हुए.
उल्लेखनीय है कि खनन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा देश की पहली नेशनल कानक्लेव ऑन माइंस एंड मिनरल्स का आयोजन 4 और 5 जुलाई 2016 को रायपुर में किया गया था. दूसरा कानक्लेव 15 फरवरी 2017 को नई दिल्ली में आयोजित किया गया. तीसरे नेशनल कानक्लेव का आयोजन 20 मार्च 2018 को नई दिल्ली में किया गया. यह चौथा आयोजन है जो मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में किया जा रहा है. कानक्लेव में खनन से जुड़े विभिन्न सेक्टर भागीदारी करेंगे और परिणाम मूलक परिचर्चाएं आयोजित की गई. कानक्लेव का एक उद्देश्य खनन सेक्टर से जुड़े विभिन्न प्रतिभागियों के लिए इज ऑफ डूइंग बिजनेस उपलब्ध कराना है. कानक्लेव का उद्देश्य खनन क्षेत्र में पारदर्शिता सुनिश्चित करते हुए बाधाओं को हटाना है. केंद्र सरकार ने ऑक्शंस से संबंधित नियमों को नवंबर 2017 में सरलीकृत किया है.