सतीश चांडक, सुकमा। सुकमा कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य का नाम आज सुकमा जिले के बच्चे-बच्चे के मुंह में है। दरअसल सुकमा के गादीरास में प्रशासन ने शिविर का आयोजन किया था। शिविर में कलेक्टर ने स्थानीय भाषा गोंडी में लोगों को न सिर्फ सरकारी योजनाओं की जानकारी दी बल्कि लोगों की समस्याओं का निदान भी किया। यह पहला मौका था जब किसी कलेक्टर ने स्थानीय भाषा गोंडी में जनता को संबोधित किया साथ ही योजनाओ की जानकारी दी।

रविवार सुबह 10 बजे से दंतेवाड़ा रोड पर स्थित गादीरास में जिला प्रशासन द्वारा शिविर का आयोजन  किया गया।  इस शिविर का मुख्य आकर्षण कलेक्टर सहित सभी विभागों के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने स्थानीय बोली में शिविर में मौजूद नागरिकों संबोधित किए। साथ ही सभी विभागों के अधिकारियों ने शासन की योजनाओ के बारे में तथा समस्याओ का निराकरण की जानकारी भी स्थानीय बोली में दिए।

प्रशासन द्वारा इस शिविर हेतु मुनादी एक माह पूर्व करवाई गई थी तथा आवेदनों का संकलन भी किया गया था जिसमे शिविर हेतु 58 आवेदन प्राप्त हुए इन आवेदनों में 51 आवेदनों का निराकरण विभागो द्वारा किया गया और लंबित आवेदनों का निराकरण की कार्यवाही जल्द करने के निर्देश कलेक्टर द्वारा दिया गया है।

शिविर के पास जिला प्रशासन के निर्देश पर प्रांरभ हाट बाजार अस्पताल में बीमार व्यक्तियों सहित बाल सन्दर्भ योजना के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करवाया गया इसमें लगभग 154 लोगों ने पंजीयन स्वास्थ्य परीक्षण करवा कर।

शिविर में जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी, जिला पंचायत सदस्य  बारसे धनीराम,  रामा सोड़ी ने शिविर के माध्यम से शासन के समक्ष समस्याओं को रखने और उसका निराकरण करवाने की अपील जनता से की साथ ही गादीरास क्षेत्र की समस्याओं से अधिकारियों को अवगत करवाया।

कलेक्टर  जय प्रकाश मौर्य ने जिले में जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा की जा रही कार्य योजना में सहयोग की अपील की साथ ही विभिन्न विभागों की योजनाओं का लाभ लेने कहा और जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य में की जा रही सुधार का उन्होंने उल्लेख स्थानी बोली में किया जिपं मुख्य कार्यपालन अधिकारी मनिवासगन ने गादीरास क्षेत्र के लिए जनपद पंचायत के माध्यम से की जा रही विकास कार्यों के सम्बंध में बताया।