कुमार इंदर, जबलपुर। कच्छपुरा स्कूल गुलौआ ताल में संस्कार भारती में पहली बार 40 मातृशक्ति शक्तियों ने राम लीला नाट्य मंचन किया। मंचन की शुरूआत भगवान श्री राम के पूजन अर्चन से की गई। कार्यक्रम संयोजक मदन गोपाल पटेल ने बताया गया कि अपार भीड़ के बीच भगवान राम के अस्तित्व, उनके चरित्र को जीवन में उतारना ही इस रामलीला का विशेष उद्देश है।
रामलीला नाट्य मंचन के निर्देशक कमलेश यादव ने बताया कि 30 दिन की अथक मेहनत के साथ यह संभव हो सका है। धनुष भंग होते ही राम सीता विवाह के बाद पांव पखिरी का भी विशेष आयोजन किया गया। कच्छ पुरा स्कूल संचालक विवेक रंजन शुक्ला ने सभी बच्चों को आमंत्रित कर भगवान राम की जीवन से प्रेरणा लेने को प्रेरित किया।
कलाकारों में, शिवानी चौधरी ,पारोल, प्रगति, मानसी, प्रियंका ने विशेष अभिनय किया। रामलीला नाट्य मंच को सफल बनाने में रवि सोनी, प्रियंका मिश्रा, मनोज नामदेव नारायण पटेल ,अनीता पटेल, आरती दीक्षित, दिनेश मिश्रा ,मानसी पटेल का विशेष सहयोग रहा।