रायपुर। पिछले एक साल से अपने इकलौते पुत्र के तलाश में भटक रही महिला को महिला आयोग की सुनवाई में आकर ना केवल राहत मिली, बल्कि छत्तीसगढ़ में पहली बार महिला आयोग के निर्देश पर न्यायालय ने संदिग्ध व्यक्तियों के नार्कों टेस्ट की अनुमति दी है. दरअसल जगदलपुर निवासी आवेदिका जगदम्बा सेना के बेटे शेखर सेना के लापता होने पर बोडघाट थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, लेकिन अभी तक आवेदिका के बेटे का पता थाना बोडघाट पुलिस द्वारा नहीं लगाया जा सका है. मां ने शंका जाहिर की है कि उनके बेटे की हत्या कर कहीं फेंक या गाड़ दिया गया है. जगदम्बा सेना ने 5 संदिग्धों पर शक जाहिर किया. ये सभी संदिग्ध जगदलपुर संजय गाँधी वार्ड-34 रेल्वे काॅलोनी के रहने वाले हैं. इन सभी पर हत्या करने का शक जाहिर की है.
बता दें कि यह घटना 9 जुलाई 2019 की रात की है, इस पर रोती बिलखती माँ को न्याय नहीं मिल सका था. आवेदिका जगदम्बा सेना के पुत्र शेखर सेना का गुम होने के बाद उसके कुछ दोस्तों ने आवेदिका के पास शेखर सेना का कुछ समान छोड़ा था और उसके बाद से ही उसके बेटे का पता नहीं चला था. 9 जुलाई 2019 से उसका बेटा लापता था. थाना बोडघाट में गुमशुदगी का रिपोर्ट दर्ज किया गया था. महिला आयेाग में आवेदिका के द्वारा नवम्बर 2019 से प्रकरण दर्ज था और नार्को टेस्ट कराये जाने के लिए माह फरवरी 2020 से मामला लंबित था.
6 नवम्बर 2020 को जगदलपुर में महिला आयोग की सुनवाई के दौरान आवेदिका ने बताया था कि जिन लोगों पर शक है उन लोगों की जानकारी में है कि उसका पुत्र जीवित है या मृृत है. उसकी जांच करने में पुलिस विभाग लापरवाही कर रही है. बीच में संदेहीजनों के बताये जाने पर जे.सी.बी. से खुदाई भी कराई गई थी, पर आवेदिका के बेटे का कहीं भी पता नहीं चला.
जिस पर महिला आयोग के अध्यक्ष के द्वारा प्रकरण को संज्ञान में लिया गया और उपस्थित पुलिस अधिकारियों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा जानकारी दिया गया कि कोविड-19 के कारण न्यायालय बंद है और 17 नवम्बर 2020 से न्यायालय खुलने पर जिला दण्डाधिकारी से नार्को टेस्ट की अनुमति मिलने पर ही नार्को टेस्ट हो सकेगा.
इस पूरे प्रकरण में त्वरित कार्यवाही के लिए पुलिस अधीक्षक जगदलपुर, पुलिस महानिरीक्षक बस्तर संभाग एवं जिला सत्र न्यायाधीश बस्तर तीनों से अध्यक्ष ने बात की कि इस प्रकरण में नार्को टेस्ट की अनुमति शीघ्र दिया जाए. जिला संरक्षण अधिकारी, नवा बिहान योजना जगदलपुर के द्वारा सूचना दिया गया कि पुलिस विभाग के जिला सत्र न्यायालय से अनुमति लिया गया है और इस मामले के सभी संदिग्ध व्यक्तियों का नार्को टेस्ट लिया जाएगा. जिससे आवेदिका को शीघ्र न्याय मिल सकेगा.