रायपुर, समाज सेवी संस्था ’कोंपलवाणी चाईल्ड वेलफेयर आर्गेनाईजेशन’ के आश्रय गृह ’घरौंदा’ में दुष्कर्म मामले की जांच के लिए राज्य सरकार के निर्देश पर त्वरित कार्रवाई करते हुए जिला दण्डाधिकारी रायपुर द्वारा चार सदस्यीय दण्डाधिकारी जांच समिति का गठन कर दिया गया है.
अपर कलेक्टर विपिन मांझी समिति के अध्यक्ष होंगे मांझी भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं उनके अलावा समिति में सदस्य के रूप में रायपुर के डिप्टी कलेक्टर श्री राजीव पाण्डे, अतिरिक्त तहसीलदार अमित बेक और नायब तहसीलदार श्रीमती नोविता सिन्हा सदस्य के रूप में शामिल रहेंगे.
घटना की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए दण्डाधिकारी जांच समिति का गठन किया गया है. उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार के समाज कल्याण विभाग ने आज ही मंत्रालय (महानदी भवन) से कलेक्टर रायपुर को पत्र भेजकर मामले की दण्डाधिकारी जांच अपर कलेक्टर स्तर के अधिकारी से करवाने के निर्देश दिए थे . शासन के निर्देश पर तत्परता से अमल करते हुए कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी डॉ. बसवराजु एस. ने तत्काल जांच का आदेश जारी कर दिया . आदेश में कहा गया है कि यह समिति घटना के प्रत्येक आवश्यक बिन्दु की सिलसिलेवार जांच कर प्रतिवेदन तत्काल कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी के कार्यालय को प्रस्तुत करेंगे . आदेश में जिले के दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचारों में इस संस्था में कार्यरत फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा अनाचार किए जाने की घटना प्रकाश में आने का उल्लेख किया गया है.