वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर। शराब के लिए भाई ने अपने ही भाई की जान ले ली. गौरा- गौरी पूजा देखने गए युवक की अगली सुबह रक्तरंजित लाश मिली थी. मामले को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर सुलझाते हुए आरोपी भाई को गिरफ्तार कर लिया है. इसे भी पढ़ें : BREAKING : IAS समीर विश्नोई के साथ कारोबारी सुनील अग्रवाल और लक्ष्मीकांत तिवारी 14 दिन की न्यायिक हिरासत पर…

बिल्हा थाना से करीब 15 किलोमीटर दूर ग्राम बोड़तराई में रहने वाला खोरबहरा ईट भट्टा में काम करता था. हर साल वह कमाने-खाने दूसरे राज्य चला जाता था. हर बार की तरह इस बार भी वह दिवाली मनाने गांव आया था. मंगलवार की रात वह गौरा-गौरी पूजा देखने गया था, लेकिन रात में घर नहीं लौटा. सुबह उसकी लाश मिली.

जांच में जुटी पुलिस ने उसके साथ अंतिम समय देखे गए संदेही को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पुलिस को पता चला कि मृतक को अंतिम बार चैतू के साथ हाई स्कूल की तरफ जाते देखा गया था. उसके बाद चैतू ध्रुव वापस अकेला ही लौट गया. चैतू को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई.

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चैतू ने बताया कि 25 अक्टूबर को वह गांव के गब्बर ध्रुव और मृतक के साथ गौरा-गौरी पूजा देखने गया था. रात करीब 8 बजे तीनों लौटते समय हाई स्कूल की तरफ एक दुकान गए, जहां से गुटखा लेकर तीनों हाई स्कूल के अंदर जाने लगे. तभी गब्बर का बेटा अरविन्द पहुंचा और अपने पिता को लेकर चला गया. इसके बाद चैतू और खोरबहरा हाई स्कूल साइंस पार्क के पास बैठ गए.

इस दौरान चैतू ने खोरबहरा से दारु पीने के लिए पैसे मांगे. पैसा नहीं देने पर गुस्से में चैतू ने उसे धक्का मारकर नीचे गिरा दिया, और फिर उसके सिर पर पत्थर से कई वार कर दिए. खोरबहरा की मौत के बाद चैतू ने लाश को साइंस पार्क के पीछे आड़ में छिपा दिया, लेकिन वह पुलिस को चकमा नहीं दे पाया. हत्याकांड के करीब 24 घंटे के भीतर ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

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