रोहित कश्यप, मुंगेली– व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) की पटवारी परीक्षा पास करने के बाद भी 30 चयनित उम्मीदवारों को नियुक्ति नहीं मिली है. पोस्टिंग के लिए कई बार कलेक्टर के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन पदस्थापना नहीं दिया गया. सिर्फ आश्वासन के कुछ नहीं मिला. इस बीच जिले में दो कलेक्टर आए और चले गए. दरअसल छत्तीसगढ़ व्यापमं द्वारा 2017 में पटवारी भर्ती ली गई थी, जिसमें मुंगेली जिले के लिए 30 पदों के लिए भी भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई थी.

इस भर्ती प्रक्रिया में व्यापमं से चयनित पटवारियों की नियुक्ति तो कर दी गई, मगर सालों बाद भी आज तक पदस्थापना नहीं दी गई. जिसको लेकर नवनियुक्त पटवारी सालों से कलेक्टर दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं. इसके बाद भी इन्हें पोस्टिंग नहीं मिल पाई है. वहीं अब इन्हें आगामी लोकसभा चुनाव में लगने वाले आचार संहिता का भय सताने लगी है, क्योंकि आचार संहिता लगते ही पदस्थापना अधर में लटक जाएगा.

पटवारी भर्ती के लिए नियुक्त सभी अभ्यर्थियों का बाकायदा ट्रेनिंग और विभागीय परीक्षा पूर्ण हो चुका है, लेकिन अब तक इनकी पदस्थापना नहीं हो सकी है, जिसको लेकर इन्होंने सोमवार को कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे से मिलकर एक बार फिर अपनी समस्याओं से अवगत कराया. जिस पर कलेक्टर ने जल्द ही समस्या का निराकरण करने का आश्वासन दिया है.

आपको बता दें कि नवनियुक्त पटवारी लंबे समय से पदस्थापना की आस में इंतजार करते रहे, लेकिन विडम्बना देखिये ये लोग पदस्थापना की मांग करते रहे और जिले के दो कलेक्टर भी बदल गए, मगर आज तक आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला. दफ्तरों में चक्कर काट कर परेशान हो चुके पटवारियों का कहना है इस बार भी समस्या का निराकरण नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री के दरवाजा खटखटाने के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचा है.