Foreign Investors in Indian Economy: भारतीय अर्थव्यवस्था में विदेशी निवेशकों का विश्वास बढ़ रहा है. यही वजह है कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 के 51 कारोबारी दिनों में 72,000 करोड़ रुपये का विदेशी संस्थागत निवेश किया गया. जानकारों का कहना है कि चीन इस साल की दूसरी तिमाही में अपनी ग्रोथ की रफ्तार खोता दिख रहा है, ऐसे में विदेशी निवेशकों का रुझान भारतीय बाजार की ओर तेजी से बढ़ रहा है.
सेंसेक्स रिकॉर्ड स्तर से आठ अंक नीचे
चालू वित्त वर्ष में अब तक विदेशी निवेशकों ने मुख्य रूप से आठ दिन बिकवाली की है. चालू वित्त वर्ष की शुरुआत में 3 अप्रैल को सेंसेक्स 59,106 अंक पर था. 22 मई को सेंसेक्स 61,963 पर पहुंचा था.
सोमवार को सेंसेक्स 63,574.69 की रिकॉर्ड ऊंचाई को छूने से महज आठ अंक पीछे था, लेकिन बाद में 216.28 अंकों की गिरावट के साथ 63,168 अंक पर बंद हुआ. निफ्टी भी 70.5 अंक की गिरावट के साथ 18,755.45 पर बंद हुआ.
मुनाफावसूली से बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर नहीं पहुंचा
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नैय्यर के मुताबिक सोमवार को मुनाफावसूली के चलते बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर नहीं पहुंच सका. उन्होंने कहा कि एफआईआई के मजबूत होने से बाजार मजबूत होने से डॉलर के मुकाबले रुपया भी मजबूत हुआ है.
भारत की विकास दर सभी देशों से ज्यादा होगी
विशेषज्ञों ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में भारत की विकास दर सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक रही और विभिन्न वैश्विक एजेंसियों के अनुमान के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में भी भारत की विकास दर सभी देशों से अधिक रहेगी. घरेलू अर्थव्यवस्था की मजबूती को देखकर विदेशी निवेशक आकर्षित हो रहे हैं.
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