भारत-पाक तनाव के बीच मेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बिना किसी सूचना या सहमति के सीजफायर का ऐलान भी कर दिया। उन्होंने दावा किया था कि उन्होंने भारत-पाक के बीच सीजफायर करवाने में उन्होंने व्यापार का सहारा लिया। जिसको लेकर काफी विवाद हुआ। हालांकि, भारत इसको हमेशा नकारता रहा है। भारत का कहना है कि, ट्रंप ने ऐसा केवल लाइमलाइट में आने के लिए किया। अब इसको लेकर विदेश मंत्री एस. जयशंकर का बयान भी सामने आ गया हैं।

एस. जयशंकर इन दिनों यूरोप के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने एक डेनमार्क के टीवी चैनल टीवी2 को दिए इंटरव्यू में कहा कि पाकिस्तान ने कहा कि भारत और पाक संघर्ष इसलिए खत्म हुआ क्योंकि हमने उन पर 10 मई को बड़ा हमला किया था।

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रूस-यूक्रेन युद्ध पर विदेश मंत्री ने कसा तंज

विदेशी न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान जब विदेश मंत्री से अमेरिकी मध्यस्थता को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने ने ट्रंप पर तंज कसते हुए कहा कि रूस और यूक्रेन युद्ध चौथे साल में एंटर हो चुका है। दुनिया में और भी कई युद्ध हैं। ऐसे में अगर ट्रंप जैसा कोई विश्व का नेता दुनिया में है तो ये अच्छी बात है।

वहीं उन्होंने कहा कि पिछले कई दशकों से पाकिस्तान के साथ हमारा रिश्ता खराब रहा है। इसका इतिहास 1947 से ज्यादा पुराना नहीं है। बता दें कि, ट्रंप ने अटपटा बयान देते हुए कहा था की वे भारत-पाकिस्तान के बीच 1000 साल से चल रहे कश्मीर मुद्दे को सुलझाने की कोशिश करेंगे।

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पाक ने किया था कॉन्टेक्ट

वहीं सीजफायर को लेकर विदेश मंत्री ने कहा कि, तनाव के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच डायरेक्ट बातचीत हुई थी। कॉल उनकी ओर से थी। हमने अमेरिका समेत सभी देशों को स्पष्ट कर दिया था कि यदि पाकिस्तानियों को गोलीबारी बंद करनी है तो उनको हमें बताना होगा। हम उनसे सुनना चाहते हैं, उनका जनरल हमारे चीफ को बताए। इसके बाद पाकिस्तान ने हमसे संपर्क किया।

भारत एक स्वतंत्र देश, अपने हितों के पर फैसले खुद लेगा

गौरतलब है कि, इससे पहले भी विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने जर्मनी में कहा कि अमेरिका को ये समझना होगा कि भारत एक स्वतंत्र देश है जो अपने हितों के आधार पर फैसले लेगा। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन का एकदम क्लियर मैसेज था कि 22 अप्रैल जैसा हमला हुआ तो इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। हम आतंकियों को नहीं छोड़ेंगे। अगर आतंकी पाकिस्तान में हैं तो भी हम उनको नहीं बख्शेंगे। उन्होंने यह भी साफ़ किया है कि, सिंधु जल समझौता तब तक स्थगित रहेगा जबतक पाकिस्तान आतंकवाद नहीं छोड़ता।