पंजाब में विदेश भेजने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले ट्रैवल एजेंट अब मुश्किल में हैं। पुलिस ने जालंधर में ऐसे एजेंटों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। इस छापेमारी से जालंधर बस अड्डे पर दुकानों का संचालन कर रहे एजेंटों में हड़कंप मच गया। कई ट्रैवल एजेंट अपने दफ्तर बंद कर मौके से फरार हो गए। पुलिस के मुताबिक, इन एजेंटों के खिलाफ पहले से ही 8 से 10 मामले दर्ज हैं। यह कार्रवाई एक स्टिंग ऑपरेशन के बाद की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

बिना लाइसेंस वाले एजेंटों की भी जांच

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जिन ट्रैवल एजेंटों के पास लाइसेंस नहीं है, उनकी भी जांच की जा रही है। हाल ही में इन एजेंटों के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की गई थी। ये मामले लोगों को विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी करने से जुड़े थे। आधिकारिक सूची के अनुसार, जालंधर में कुल 1,784 ट्रैवल एजेंट पंजीकृत हैं, लेकिन इनमें से 258 के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं।

271 एजेंटों को जारी किए गए नोटिस

कुछ ट्रैवल एजेंटों के लाइसेंस निलंबित भी किए गए हैं। इसके बावजूद, कई एजेंट अपना कारोबार पहले की तरह चला रहे हैं। जालंधर पुलिस के अनुसार, डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने मानव तस्करी रोकने के लिए 271 ट्रैवल एजेंटों को नोटिस जारी किए थे। यह कार्रवाई समय पर लाइसेंस नवीनीकरण न कराने के आरोप में की गई। इसके बाद, डिप्टी कमिश्नर ने एसडीएम को सभी ट्रैवल एजेंटों और इमिग्रेशन सलाहकारों की जांच करने के आदेश दिए थे।

ट्रैवल एजेंटों को रिकॉर्ड रखने के निर्देश

डिप्टी कमिश्नर ने पुलिस को भी निर्देश दिए कि यदि किसी ट्रैवल एजेंट के खिलाफ कोई शिकायत मिलती है, तो तुरंत उनके दफ्तर को सूचित किया जाए। इसके अलावा, जिले के सभी ट्रैवल एजेंटों को अपने रिकॉर्ड व्यवस्थित रखने का भी आदेश दिया गया है। चेतावनी दी गई है कि कोई भी ट्रैवल एजेंट या इमिग्रेशन सलाहकार अधूरे दस्तावेजों के साथ काम न करे। इसके बावजूद शिकायतें मिलने पर, डिप्टी कमिश्नर ने अभियान चलाकर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।