गया. गया पूर्वजों को मोक्ष दिलाने के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है. इसके प्रति हिंदुओं की आस्था तो है ही अन्य धर्म को मानने वाले भी पूर्वजों की मोक्ष की कामना को लेकर पितृ पक्ष में आते हैं. इसी क्रम में बुधवार को जर्मनी से एक दर्जन श्रद्धालु भी अपने पूर्वजों के पिंडदान और तर्पण करने पहुंचे. पिंडदान कर रहे विदेशी श्रद्धालु ने कहा कि धर्मगुरु नताशा सपरो से प्रेरित होकर कर्मकांड करने के लिए सात समुंदर पार से गया में आई हूं. कर्मकांड करने से मन में शांति मिल रहा है. तर्पण के बाद विदेशी श्रद्धालु विष्णु पद मंदिर स्थित गर्भ गृह में भगवान श्री हरि विष्णु के चरण चिन्ह पर पिंड को अर्पित किया. Read More- Train Accident: बिहार में नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन की 6 बोगियां पटरी से उतरी, हादसे में 4 की मौत, 100 घायल
पितरों की आत्मा की शांति के लिए अगर आप किसी कारणवश गया नहीं आ सकते हैं तो चिंता मत कीजिए. बिहार सरकार की ओर से आपके लिए विशेष सुविधा दी गई है. आप घर बैठे ऑनलाइन पिंडदान करा सकेंगे. बिहार राज्य पर्यटन निगम की ओर से इसके लिए व्यवस्था कर दी गई है. महज 23 हजार रुपए खर्च करके आप ई-पिंडदान के जरिए आप पितरों की पूजा कर सकते हैं. यह राशि एकमुश्त जमा करना होगा. इसके बाद गया के पुरोहित विष्णुपद मंदिर, अक्षयवट और फल्गु नदी पर पिंडदान करवाएंगे. मंत्रोचार, दान-दक्षिणा और पूजा सामग्री समेत सारे विधि-विधान ऑनलाइन होंगे. इस बार 14 अक्टूबर तक पितृपक्ष मेला का आयोजन होगा.
बिहार राज्य पर्यटन निगम की वेबसाइट पर सारी जानकारी उपलब्ध
इतना ही नहीं गया के पुरोहित पिंडदान का संपूर्ण वीडियो रिकॉर्डिंग भी करवाएंगे. इसे पेन ड्राइव में सेव कर यजमान को उपलब्ध करवाया जाएगा. ई-पिंडदान के लिए राशि आप BDTDC के ट्रेवल ट्रेड अकाउंट पर जमा करवा सकते हैं. बिहार राज्य पर्यटन निगम की वेबसाइट पर सारी जानकारी उपलब्ध है। यहां जाकर ई-पिंडदान के लिए बुकिंग करवा सकते हैं.
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