राकेश चतुर्वेदी, भोपाल/ बुरहानपुर। आज से जिले में आदिवासियों के हरे सोना, तेंदूपत्ता के संग्रहण का काम शुरू हुआ। इस दौरान एक अनोखा नजारा भी देखने को मिला। वन विभाग के नाकेदार ने आदिवासी महिला के पैर धुलवाए फिर नई चप्पल पहनाई। इसके बाद तेंदूपत्ता संग्रहण का काम चालू करवाया। नाकेदार के इस पहल की खूब सराहना की जा रही है।
बता दें कि जिले में तीन समितियों नेपानगर, धुलकोट, डोईफोडिया के करीब 5 हजार ग्रामीणों के माध्यम से तेंदूपत्ता का संग्रहण होता है। इसी कड़ी में धुलकोट क्षेत्र के झिरपंझरिया गांव में वन विभाग के नाकेदार कमलेश रघुवंशी ने आदिवासी महिला के पैर धुलवाकर चप्पल पहनाकर तेंदू पत्ता तोड़ने के काम की शुरुआत करवाई।
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रोजगार मिलने से आदिवासी श्रमिको में उत्साह
गर्मी के सीजन में आदिवासियों को रोजगार देने के लिए तेंदूपत्ता संग्रहण एक प्रमुख माध्यम होता है। तेंदूपत्ता संग्रहण से स्थानीय स्तर पर रोजगार मिलने से आदिवासी श्रमिको में खासा उत्साह देखा जा रहा है। यही वजह है कि वन विभाग को पत्ता तोड़ने से लेकर गड्डी बनाने तक के लिए पर्याप्त मजदूर मिल रहे हैं। इससे पत्ता संग्रहण का भी लक्ष्य पूरा हो जाएगा।
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