रायपुर। 2019 का साल जाते-जाते वन विभाग के अधिकारियों के लिए एक के बाद एक चुनौती खड़ी करके जा रहा है. एक तरफ राजनांदगांव जिले में एक बाघ ने इंसानी इलाके में दस्तक देकर विभाग के लिए बड़ी चुनौती पेश की है. तो दूसरी तरफ सूरजपुर में एक हाथी की गांव वालों ने कंरट लगाकर उसकी हत्या कर दी. घटना के बाद राजधानी से पीसीसीएफ वाइल्फ लाइफ मौके के लिए रवाना हो गए हैं.

दूसरी तरफ राजनांदगांव के जिला मुख्यालय से मात्र 24 किलोमीटर दूर मनगटा वन चेतना केंद्र में व्यस्क टाइगर देखे जाने के बाद वन विभाग उसका रेस्क्यू करने में जुट गया है. वन विभाग के सूत्रों का कहना है कि बाघ ने कई दिनों से खाना नहीं खाया है. सूत्र बताते हैं कि सोमवार की रात बाघ ने चीतल के बाड़े में घुसने की कोशिश की थी लेकिन वो अंदर दाखिल नहीं हो पाया. इससे वन विभाग को ये संकेत मिले हैं कि बाघ भोजन की तलाश में है और कई दिनों से भूखा है.

वन विभाग के अधिकारी लगातार उस बाघ को ट्रेक करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उन्हें अब तक बाघ के केवल निशान ही मिल रहे हैं. वन विभाग के अधिकारी लगातार बाघ को अलग अलग टीमें बनाकर रेस्क्यू करने की कोशिश कर रहे हैं. चुनौतियों की दो खबरों के बीच वन विभाग को अच्छी खबर फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की ओर से आई है. सर्वे रिपोर्ट में बताया गया है कि छत्तीसगढ़ में वनक्षेत्र करीब 4 वर्ग किलोमीटर बढ़ गया है. वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि विभाग इसे और बढ़ाएगा.