संदीप शर्मा, विदिशा। विदिशा के सिरोंज में रेस्क्यू किए गए 8 कोबरा सांप को एक साथ जंगल में छोड़ा गया। फन फैलाए 8 इंडियन कोबरा सांप को जिसने भी देखा उसकी रूह कांप गई। वहीं लोगों के मुंह से यही निकला- बाप रे बाप! इतना सारा ‘कोबरा’ सांप। बारिश के दिनों में घरों में घुसने वाले इन 8 कोबरा सांपों को सिरोंज के अलग-अलग गांवों से सर्प विशेषज्ञों ने रेस्क्यू किया था। रेस्क्यू किए गए इन सभी कोबरा सांपों को वन विभाग की टीम ने एक साथ जंगल में छोड़ दिया।
बता दें कि भारत में कई प्रकार के सांप पाए जाते हैं। मानसून सीजन में बारिश होने के कारण ये पानी से बचने के लिए सुरक्षित जगह की तलाश में घरों में घुस जाते हैं। इसके कारण बारिश के कारण बरसात के दिनों में सांपों के मिलने के मामले और डसने की मामलों में जबरदस्त बढ़ोतरी होती है।
भारत में सांप काटने से होने वाली मौतों का आंकड़ा
WHO की एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2000 से 2019 तक भारत में सांप के डसने से होने वाली मौतों की आकड़े चौंकाने वाले है। भारत में इन 19 सालों तक अनुमानित 1.2 मिलियन (12 लाख) लोगों की मौत सांप के डसने से हुई है। यह दुनियाभर में सबसे ज्यादा है। आंकड़ों में मुताबिक भारत में हर साल औसतन 58 हजार मौतें इस वजह से होती है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (Indian council of medical research) और नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च इन रिप्रोडक्टिव हेल्थ (National Institute for Research in Reproductive Health) के एक अध्ययन के अनुसार भारत में सर्पदंश से होने वाली मौतें के मामले चिंता का विषय है। इसकी वजह सांप और सांप के डसने के बारे में अनुचित धारणा, जागरूकता की कमी और कम ज्ञान है।
बरसात में सांप डसने के मामले सबसे ज्यादा
सर्पदंश के बाद भारत में ज्यादातर ग्रामीण इलाकों में घर में होने वाले इलाज की वजह से होने वाले मौतों के मामले के साथ लगभग 70% मामले भारत के 8 अत्यधिक बारिश वाले राज्यों में दर्ज होते हैं। 70 साल की उम्र से पहले भारतीयों में सर्पदंश से मरने वालो का आंकड़ा इन इलाकों में 250 में लगभग 1 है, लेकिन कुछ इलाकों में खास तौर से अधिक है। अनुमान के मुताबिक साल 2015 के बाद से 1.11 से लेकर 1.77 मिलियन सांप के डसने के मामले आए। लगभग 70% मामलो में विष के लक्षण दिखाए लेकिन सही और वक्त पर इलाज मिलने से भारत में सर्पदंश मृत्यु दर में काफी कमी दर्ज हुई है।
ये हैं भारत के 4 सबसे जहरीले सांप
किंग कोबरा (King Cobra) : किंग कोबरा दुनिया का सबसे लंबा और जहरीला सांप है। इसकी लंबाई 5 मीटर यानी 13 फीट तक होती है। यह ज्यादातर दक्षिण भारत में तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक में पाया जाता है। भारत में सांप काटने से सबसे ज्यादा होने वाली मौतों में किंग कोबरा भी शामिल है। इसके काटते ही न्यूरो सिस्टम काम करना बंद कर देता है, जिससे शरीर को लकवा मार देता है। किंग कोबरा के जहर से आदमी अंधा भी हो जाता है।
स्पेक्टेकल्ड कोबरा (spectacled cobra) (नाग) : यह भारत में सबसे ज्यादा पाया जाने वाला सांप है। भारत में इस सांप को नाग के नाम से भी जाना जाता है। इसके फन पर स्पेक्टकल (चश्मे) जैसा निशान बना होता है, जिसकी वजह से इसे स्पेक्टेकल्ड कोबरा कहते हैं। इसका जहर न्यूरोटॉक्सिक होता है। इस सांप के काटने पर आंखों में अंधेरा छाना, सांस लेने में दिक्कत और नींद आना जैसे लक्षण सामने आते हैं।
रसेल्स वाइपर (russells viper) : यह सांप पूरे भारत में पाया जाता है। यह वाइपर प्रजाति का सांप है, जो बेहद गुस्सैल होता है। गुस्सा आने पर यह कुकर की सीटी की तरह आवाज निकालता है। इस सांप के शरीर पर काले-भूरे और चाकलेटी कलर के छल्ले होते हैं। ये भारत के सबसे जहरीले सांपों में से एक है। इसका जहर हीमोटॉक्सिक होता है, जो खून को गाढ़ा कर देता है। जिससे शरीर के ऊतक मरने लगते हैं।
कॉमन करैत (common krait) : ये भारत के सबसे जहरीले सांपों में से एक है। इस सांप की 12 प्रजातियां हैं। ये ज्यादातर रात में निकलते हैं और इंसानी शरीर की गर्मी पाने के लिए कई बार बिस्तर में घुस जाते हैं। इस सांप के दांत छोटे होते हैं, इसलिए कई बार इसके काटने का पता ही नहीं चलता और आदमी की नींद में ही मौत हो जाती है। यही वजह है कि इसे साइलेंट किलर भी कहते हैं।
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