दुर्ग। दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय, अंजोरा दुर्ग में वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने पौधारोपण किया. उन्होंने होम हर्बल गार्डन योजना के अंतर्गत निशुल्क औषधीय पौधों का वितरण भी किया. साथ ही कहा कि औषधीय पौधे का ज्ञान स्वस्थ जीवन की पहचान’ के उद्देश्य से लोगों में जन जागरूकता फैलाने का प्रयास किया जा रहा है. ऐसा करके हम औषधीय पौधों का संरक्षण एवं संवर्धन दोनों कर सकते हैं.

मंत्री अकबर ने कहा कि यदि हम घर में ही औषधीय पौधा लगाएं तो बहुत सी छोटी बीमारियों का इलाज घर में ही किया जा सकता है. जब चिकित्सा क्रांति नहीं आई थी तो ग्रामीण एवं दूरस्थ अंचलों में वैद्य या जड़ी बूटी के जानकार ही उपलब्ध औषधि गुण वाले पौधों से ग्रामीणों का इलाज करते थे.

अकबर ने कहा कि आज भी यदि आप आदिवासी क्षेत्रों में जाएंगे तो वहां के बुजुर्ग कई दुर्लभ जड़ी बूटियों के बारे में जानकारी रखते हैं. इसलिए हमें इस परंपरा को जिंदा रखने की आवश्यकता है. घर के आंगन में ही औषधि युक्त पौधे लगाकर मौसमी बीमारियों को मात दे सकते हैं.

डीएफओ धम्मशील गणवीर ने बताया कि वन विभाग और परंपरागत वन औषधि प्रशिक्षित वैद्य संघ छत्तीसगढ़ के संयुक्त तत्वधान में लोक स्वास्थ्य परंपरा संवर्धन कार्यक्रम चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि होम हर्बल गार्डन योजना के अंतर्गत दुर्ग में अडूसा तुलसी पीपली अश्वगंधा, कालमेघ, गुड़मार, स्टीविया, सहजन, निर्गुणी, ब्राम्ही, घृत कुमारी, मंडूपपर्णी, आंवला तथा शतावर आदि के जीवन रक्षक औषधीय पौधों का वितरण किया जाएगा.

इस अवसर पर एडीजी विवेकानंद सिन्हा, कलेक्टर दुर्ग डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे, एसपी प्रशांत अग्रवाल, सीईओ जिला पंचायत दुर्ग एस आलोक, एसडीएम दुर्ग विनय कुमार पोयाम, जिला पंचायत अध्यक्ष दुर्ग शालिनी यादव, मुख्य वन संरक्षक शालिनी रैना, क्षितिज चंद्राकर, सरपंच अंजोरा संगीता साहू उपस्थित थे.

read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus